देहरादून। हरिद्वार की सृष्टि गोस्वामी ने आज एक दिन के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला और उत्तराखंड के तमाम विभागों की समीक्षा की। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बालिका मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी की अध्यक्षता में विधानसभा में बाल विधायक सदन का आयोजन हुआ।
बाल सदन में मनोनीत बालिका मुख्यमंत्री के समक्ष 13 विभागों ने अपना विभागीय प्रस्तुतिकरण दिया।उत्तराखंड विधानसभा पहुंचने पर प्रोटोकाल मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उनका स्वागत किया। विभागीय समीक्षा और प्रस्तुतिकरण से पूर्व मनोनीत मुख्यमंत्री की अनुमति से बाल सदन का आयोजन किया गया।
जिसमें बाल विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष आसिफ हसन ने सदन में सरकार के समक्ष प्रश्न उठाए। जिनका मुख्यमंत्री तथा उनकी अनुमति से अन्य मंत्री और बाल विधायकों द्वारा क्रमवार उत्तर दिया गया तथा विपक्ष द्वारा उन पर सहमति व्यक्त की गई।
इसके पश्चात बाल विकास विभाग द्वारा विभागीय प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत करते हुए महिला, बच्चों, दिव्यंगजनों, निराश्रितों आदि के हित में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं तथा उनके कल्याण के लिए उठाए गए इनिसिएटिव से अवगत कराया। इस दौरान महिला व बच्चों से संबंधित अपराध तथा उनका उन्मूलन तथा महिला एवं बच्चों के समुचित विकास के लिए उठाए गए कदमों की बात भी उनसे सांझा की।
लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य में किए जा रहे पुल, सड़क, तथा अन्य संपर्क निर्माण कार्यों से अवगत कराया। सिंचाई विभाग द्वारा सूर्याधार झील तथा अन्य संचालित व निर्मित्त की जा रही परियोजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया गया। पुलिस विभाग द्वारा अपराधों की प्रकृति तथा उनके उन्मूलन हेतु उठाए गए प्रयासों तथा अभिनव स्टेप्स से अवगत कराया।
उन्होंने बाल अपराध की रोकथाम, साइबर क्राइम रोकथाम, नशा मुक्ति अभियान, ऑपरेशन सत्य तथा बाल तस्करी मुक्ति हेतु ऑपरेशन स्माइल के उदाहरण प्रस्तुत किए। इसके अतिरिक्त उद्योग, उरेडा, स्मार्ट सिटी, शिक्षा, आदि विभागों ने भी विभागीय प्रस्तुतिकरण दिया।
इस दौरान मुख्यमंत्री प्रतिनिधि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए उच्च शिक्षामंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजन से बालिकाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। साथ ही सरकार की कार्यशैली तथा उनकी विश्ष्टि प्रक्रियाओं से व्यवहारिक रूप मे अवगत होने का भी अवसर प्राप्त होता है।
उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्षा उषा नेगी ने भी अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बालिकाओं व बच्चों को इस तरह के बाल सदन में अवसर देने पर उनको जीवन में और आगे बढ़ने और कुछ करने की प्रेरणा मिलती है। साथ ही शासकीय और प्रशासनिक क्रियाविधि की भी स्पष्ट जानकारी प्राप्त होती है।
आज की मनोनीत बालिका मुख्यमंत्री सृष्टि गोस्वामी ने इस दौरान सदन में महिला एवं बाल संरक्षण तथा विभिन्न विकास कार्यों के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव साझा किए। उन्होंने बालिकाओं को विद्यालय आने जाने के लिए वाहनों में सुरक्षित माहौल बनाने, घरेलू हिंसा, नशाखोरी और बाल अपराधों पर लगाम लगाने तथा महिलाओं को सुरक्षित, सहज और सर्व स्वीकार्य वतावरण बनने के सुझाव दिए।
बाल विधायकों में मनोनीत मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष के अलावा मनोनीत गृहमंत्री कुमकुम पंत, जान्हवी, हरेन्द्र, चिराग, मानसी, ऋतिका आदि ने समीक्षा बैठक में प्रतिभाग किया।इस अवसर पर अपर सचिव, बाल विकास झरना कमठान ने बाल सदन का विधिवत समापन किया।