refinery Controversy: मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने शनिवार को आरोप लगाया कि रत्नागिरि जिले के बारसू (Barsu) गांव के लोगों पर पुलिस सऊदी अरब की 'इस्लामिक' (Islamic) तेल रिफाइनरी के लिए नृशंस तरीके से हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति तब है तब राज्य में 'हिन्दुत्ववादी' सरकार है।
राउत ने बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के बीच प्रस्तावित रिफाइनरी (तेलशोधन कारखाना) को लेकर कोई समन्वय नहीं है। उन्होंने यह टिप्पणी राजपुर तहसील के बारसू और सोलगांव में परियोजना का विरोध कर रहे ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़ने और शिवसेना (UBT) सांसद विनायक राउत को हिरासत में लिए जाने के 1 दिन बाद की है।
वहीं मंगलवार को परियोजना का विरोध रहे करीब 100 लोगों को हिरासत में लिया गया था। उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रही है। राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा कि सरकार में कोई समन्वय नहीं है। बारसू के मामले में केवल सऊदी अरब की कंपनी (एक इस्लामिक कंपनी) और हिन्दुत्ववादी सरकार में समन्वय है।
इस्लामिक रिफाइनरी के लिए रत्नागिरि के मराठी मानुष, भूमिपुत्रों पर हमला किया जा रहा है। यह उनका (सरकार का) हिन्दुत्व है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बारसू के मामले में पार्टी के भीतर कोई मतभेद नहीं है। उल्लेखनीय है कि स्थानीय विधायक और शिवसेना (यूबीटी) के सदस्य रंजन साल्वी ने खुलकर परियोजना का समर्थन किया है।
Edited by: Ravindra Gupta