जम्मू। कश्मीर में पिछले एक पखवाड़े से आतंकी हमलों में आई तेजी के बीच 1 अप्रैल से इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण आरंभ होने जा रहा है। अधिकारी कहते थे प्रत्यक्ष तौर पर कोई खतरा नजर नहीं आता, पर यात्रा मार्ग में आने वाले क्षेत्रों में हुए हमले चिंता का कारण हैं। वे आशंका प्रकट करते थे कि आतंकी संगठन अमरनाथ यात्रा में खलल डालने की फिराक में हैं। यात्रा से पहले कश्मीर में हमले तेज कर यात्रा प्रबंधों को बाधित करने और यात्रियों को डराने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से कश्मीर में आतंकी हमले तेज हुए हैं। सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है, जो साजिश का हिस्सा हैं।
सूत्रों का कहना है कि आतंकियों की इस साजिश को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। कश्मीर में सेना, सीआरपीएफ और प्रदेश पुलिस ने मिलकर आतंकियों से निपटने की रणनीति बनाई है। अनंतनाग, कुलगाम और पुलवामा जिले से गुजरते हाईवे पर आतंकी अपना बेस बना रहे हैं। इन क्षेत्रों में आतंकी ओजी वर्करों और स्थानीय युवाओं को अपने संपर्क में लेकर हमलों की रणनीति तैयार कर रहे हैं। आतंकी इन रूटों पर यात्रियों और सुरक्षाबलों के काफिलों को निशाना बना सकते हैं जिसमें आईईडी और स्टीकी बम इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
दरअसल 1 अप्रैल से एडवांस पंजीकरण शुरू हो जाएगा। पंजीकरण 3 बैंकों की कुल 446 शाखाओं से होगा जिसमें पंजाब नेशनल बैंक की 316, जम्मू-कश्मीर बैंक की 90 और येस बैंक की 40 शाखाओं से पंजीकरण होगा। यात्रा 28 जून से शुरू होगी और 56 दिन की यात्रा 22 अगस्त को संपन्न होगी। बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितेश्वर कुमार के बकौल, श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण वाले बैंकों का पूरा ब्योरा उपलब्ध है। राज्य सरकारों या केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों की तरफ से अधिकृत डॉक्टरों व मेडिकल संस्थानों से ही बनाए जाने वाले स्वास्थ्य प्रमाणपत्र वैध होंगे। स्वास्थ्य प्रमाणपत्र 15 मार्च 2021 के बाद से जारी किए गए ही मान्य होंगे।
उन्होंने कहा कि अमरनाथ यात्रा पर 13 साल से कम और 75 साल से अधिक की आयु के श्रद्धालु नहीं जा सकते हैं। यात्रा के हर दिन और रूट का यात्रा परमिट अलग रंग को होगा ताकि बालटाल और चंदनवाड़ी में गेटों पर किसी किस्म की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने यात्रियों से कहा कि वे पंजीकरण करवाने के बाद निर्धारित तिथि पर ही यात्रा करें।
दोनों यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाने पर जोर देते हुए नितेश्वर कुमार ने एक बैठक में कहा कि जिनके पास निर्धारित तिथि का यात्रा परमिट होगा, उन श्रद्धालुओं को ही यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी इसलिए सभी यात्रियों से कहा जाता है कि वे एडवांस पंजीकरण करवाएं ताकि बाद में किसी किस्म की परेशानी पेश न आए। जो यात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा करने के इच्छ़क होंगे, उनको पंजीकरण की जरूरत नहीं होगी लेकिन स्वास्थ्य प्रमाणपत्र जरूरी होगा। फिलहाल कोरोना को लेकर वैक्सीन व नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी करने संबंधी फैसले को लागू करने के संबंध में सिर्फ सैद्धांतिक तौर पर फैसला किया गया है।