Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

राजस्थान के करौली जिले में पुजारी को जिंदा जलाया, एक गिरफ्तार

Webdunia
शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2020 (15:06 IST)
जयपुर। राजस्थान में करौली जिले के सपोटरा क्षेत्र के बूकना गांव में एक मंदिर के पुजारी की जलाकर हत्या के मामले में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
 
करौली पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के अनुसार इस मामले के मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया हैं। पुलिस को अन्य आरोपियों के बारे में भी अहम सुराग मिले हैं और उन्हें भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की विभिन्न टीमें भेजी गई हैं।
 
उन्होंने बताया कि इस मामले में पहले दंड संहिता की धारा 307 में मामला दर्ज किया गया था, लेकिन अब पुजारी की कल शाम को जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में मौत हो जाने के बाद इसे 302 में दर्ज किया गया हैं।
 
उल्लेखनीय है कि मंदिर की जमीन को बुधवार को गांव के राधागोपाल मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को जलाकर हत्या करने के प्रयास का मामला सामने आया था। आग में गंभीर रूप से झुलसे पुजारी को इलाज के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल लाया गया, लेकिन गुरुवार शाम को पुजारी ने दम तोड़ दिया। (वार्ता)
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में 288 में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra elections : 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वालों में महायुति के 15 उम्मीदवार शामिल

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

पंजाब उपचुनाव : आप ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

આગળનો લેખ
Show comments