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सुसंस्कारों से हम जैसा चाहें वैसा भारत बना सकते हैं

सुसंस्कारों से हम जैसा चाहें वैसा भारत बना सकते हैं
, सोमवार, 12 फ़रवरी 2018 (19:30 IST)
सुसंस्कारों से हम जैसा चाहें वैसा भारत बना सकते हैं एवं बच्चों में सुसंस्कारों का विकास करना अध्यापक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। प्रिंसीपल समिट 2018 में यह बात राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने बतौर मुख्य अतिथि कही।


यह बात मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर में इनोवेशन इन टीचिंग एंड लर्निंग प्रोसेस थीम पर आयोजित तीसरी प्रिंसीपल समिट 2018 में राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने बतौर मुख्य अतिथि कही। उन्होंने कहा कि बढ़ते एकांकी परिवार एवं माता-पिता दोनों के नौकरी या व्यवसाय में लगे होने से यह जिम्मेदारी और ज्यादा विद्यालयों और विश्वविद्यालय की हो जाती है।
 
 
इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं स्टेट मिनिस्टर कैलाश वर्मा ने एमयूजे की और से गुणवत्तापूर्ण अध्यापन कार्य करवाने पर प्रसन्नता व्यक्त की एवं प्रेसिडेंट, प्रो. संदीप संचेती को धन्यवाद दिया। असिस्टेंट कलेक्टर, जयपुर अतर आमीर खान ने शिक्षा में आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
 
एमयूजे की डायरेक्टर, एडमिशन प्रो. रिचा अरोड़ा ने कार्यक्रम की थीम पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में विवि के प्रो-प्रेसिडेंट, प्रो. एनएन शर्मा ने फ्यूचरिस्टक एजुकेशन, प्रो. रघुवीर सिंह ने आउट कम बेस एजुकेशन पर अपने विचार व्यक्त किए।

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