Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

क्या बदलेगा हैदराबाद का नाम? PM मोदी ने किया भाग्यनगर का उल्लेख, जानिए क्या है इसका इतिहास

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 4 जुलाई 2022 (20:42 IST)
Bhagyanagar Hyderabad : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हैदराबाद में आयोजित भाजपा की कार्यकारिणी बैठक में अपने भाषण में भाग्यनगर का उल्लेख कर एक बार फिर उसे सुर्खियों में ला दिया है। इसके बाद यह अटकलें भी लगने लगी हैं कि क्या आने वाले समय चारमीनार की नगरी हैदराबाद का नाम बदला जा सकता है?
 
दरअसल, मोदी ने अपने भाषण में कहा कि यह वही भाग्यनगर है, जहां से सरदार पटेल ने भारत को एक साथ लाने के लिए अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि हैदराबाद भाग्यनगर है, जो हम सभी के लिए अहम है। हैदराबाद का नाम भाग्यनगर किए जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब तेलंगाना में भाजपा सत्ता में आएगी, तो मुख्यमंत्री कैबिनेट सहयोगियों के साथ मिलकर इसका फैसला करेंगे। आखिर क्या है भाग्यनगर का इतिहास, आइए जानते हैं... 
 
किसने की हैदराबाद की स्थापना : हैदराबाद की स्थापना 1591-92 ईस्वीं में मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने की थी। इसी दौरान चारमीनार का भी निर्माण हुआ था। मोहम्मद कुली के पिता इब्राहिम कुली कुतुब शाह ने विजयनगर में 7 साल (1543-50 ई.) निर्वासन में बिताए थे, जबकि उसका भाई गोलकुंडा का शासक था। 
 
भाग्यमती या भाग्यलक्ष्मी? : स्थानीय लोकश्रुतियों के अनुसार मोहम्मद कुली को भाग्यमती नाम की एक देवदासी से प्रेम हो गया था, जो कि भाग्यलक्ष्मी मंदिर में देवदासी थी। भाग्यमती पर मुग्ध होकर मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने नए शहर का नाम भाग्यनगर रखा था। ऐसा भी कहा जाता है कि जब जब भाग्यमती ने इस्लाम अपना लिया तो उस शहर का नाम बदलकर हैदराबाद कर दिया गया। हालांकि इतिहाकारों में इसको लेकर भी मतभेद हैं। 
 
वहीं, कुछ भाग्यनगर को भाग्यलक्ष्मी मंदिर से भी जोड़कर देखते हैं। इस मान्यता में विश्वास रखने वाले लोगों खासकर हिन्दुओं का कहना है कि भाग्यलक्ष्मी मंदिर चारमीनार से भी ज्यादा पुराना है। चारमीनार को निर्माण 1591 में शुरू हुआ था।
 
एक नहीं तीन नाम : 1816 में ब्रिटिश नागरिक ऐरॉन एरो स्मिथ ने हैदराबाद का एक नक्शा तैयार किया था। इसमें हैदराबाद के लिए तीन नामों का इस्तेमाल किया गया था- गोलकुंडा, हैदराबाद और भाग्यनगर। उस नक्शे में हैदराबाद का नाम मोटे अक्षरों में लिखा था, जबकि उसके नीचे उन्होंने भाग्यनगर लिखा था और साथ में गोलकुंडा भी लिखा था।

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर बवाल, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 27 लोग घायल

Maharashtra : पुणे में पानी की टंकी गिरी, 5 श्रमिकों की मौत, 5 अन्य घायल

Cyclone Dana : चक्रवात दाना पर ISRO की नजर, जानिए क्या है अपडेट, कैसी है राज्यों की तैयारियां

भारत के 51वें CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

चीन के साथ समझौते पर क्‍या बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

આગળનો લેખ
Show comments