मुंबई। महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार शाम सीएसटी रेलवे स्टेशन के पास फुटओवर ब्रिज के गिर जाने से 6 लोगों की मौत की खबर है, 34 लोग इस हादसे में घायल हो गए, जिनमें 5 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को 50 हजार की और मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपए देने की घोषणा राज्य सरकार ने की है। मृतकों में 3 महिला और 3 पुरुष हैं।
जानकारी के मुताबिक मलबे में कई और लोगों के भी दबे होने की आशंका है। ढाई दशक पुराना यह पुल सीएसटी स्टेशन को जोड़ता है। घायलों को निकट के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शाम का वक्त होने के कारण राहत कार्यों में भी मुश्किल आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सरकार घायलों की हर संभव मदद करेगी। इसी बीच मुंबई पुलिस ने कहा है कि वह इस घटना पर केस दर्ज करने के साथ ही दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
एक जानकारी के मुताबिक ब्रिज का मलवा वहां से निकल रहे वाहनों पर भी गिरा है, जिसके चलते उनमें सवार लोगों को भी चोटें आई हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी सितंबर 2017 में मुंबई में फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने से करीब 23 लोगों की मौत हो गई थी। इस ब्रिज को बाद में रेलवे और सेना ने साथ मिलकर युद्ध स्तर पर बनाया था।
मुंबई के अंधेरी इलाके में जुलाई 2018 में भी बड़ा हादसा हुआ था। अंधेरी स्टेशन के पास गोखले रोड ओवरब्रिज का एक हिस्सा गिर गया था। इस हादसे में 6 लोग घायल हुए थे।
अपूर्वा और रंजना नाम की दो महिलाओं की हादसे में मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जैसे ही पुल का मलबा गिरा, तब उसके नीचे से करीब 100 लोग गुजर रहे थे।
पीएम मोदी ने दु:ख जताया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस ने गुरुवार को मुंबई फुट ओवरब्रिज हादसे पर दु:ख जताया।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि मुंबई में फुट ओवरब्रिज दुर्घटना में लोगों की मौत की खबर सुनकर गहरी पीड़ा हुई। दु:ख की इस घड़ी में मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र सरकार प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
गोयल ने सीएसटी फुटओवर ब्रिज हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि रेलवे के डॉक्टर एवं कर्मचारी बृहन्मुबई नगरपालिक निगम के साथ राहत और बचाव अभियान में सहयोग कर रहे हैं।
गांधी ने मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट किया कि मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहन संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।
फडनवीस ने मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे को दु:खद घटना बताते हुए कहा कि इसकी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की और कहा कि घायलों का पूरा चिकित्सा खर्च सरकार उठाएगी।
लाल बत्ती के कारण बची लोगों की जान : ट्रैफिक की लाल बत्ती न केवल दुर्घटना रोकती है बल्कि चालकों की जान की किस प्रकार रक्षा कर सकती है, इस बात का अंदाजा तब लगा जब यहां गुरुवार शाम पैदल पार पुल ढहने के दौरान ट्रैफिक सिग्नल पर लाल बत्ती पर रूके कई कार एवं अन्य वाहन चालक किसी बड़े हादसे के शिकार होने से बच गए।
लाल बत्ती नहीं हुई होती तो मोटर चालक सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के पास पुल ढहने के दौरान उसके नीचे से गुजर रहे होते और हादसे का शिकार हो जाते। यह पुल भीड़-भाड़ वाले छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन को आजाद मैदान पुलिस थाना से जोड़ता था।
दुर्घटना के वक्त सिग्नल पर इंतजार कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि हम सब सिग्नल पर बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, क्योंकि बत्ती लाल थी। बत्ती हरी होने से पहले पुल लोगों समेत ढह गया। अगर बत्ती पहले हरी हो गई होती तो स्थिति और भयावह हो सकती थी।
उसने कहा कि यह ऐसा वक्त था जब पूरी मुंबई घर जाने के लिए सीएसएमी भागती है। हम भी घर जल्दी पहुंचना चाहते थे लेकिन अब मैं राहत महसूस कर रहा हूं कि बत्ती लाल थी। अन्यथा मैं भी घायल हो गया होता।
दुर्घटना के वक्त एक टैक्सी चालक पुल के पास था और वह किसी तरह से बच पाया। हालांकि उसकी टैक्सी क्षतिग्रस्त हो गई। उसके पीछे चल रहे वाहन समय से रुक गए और बड़ी त्रासदी होने से बच गई।
(सभी फोटो : रुना आशीष, मुंबई)