इम्फाल। केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में इस वर्ष बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। NDRF, SDRF, सेना और स्थानीय एजेंसियों राहत और बचाव अभियान चलाकर लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। एक और यहां भारी बारिश से इन राज्यों में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा था तो दूसरी ओर मणिपुर से मानों बादल रूठे हुए थे। कम बारिश की वजह से राज्य में अभी तक बुवाई भी शुरू नहीं हो पाई है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल ने राज्य में कम वर्षा होने के कारण 70 से अधिक तहसीलों में फसल नहीं होने से राज्य में सूखे जैसे हालात की घोषणा की है। मुख्यमंत्री के सचिव एन जियोफ्रे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि केन्द्र सरकार से राहत पाने के वास्ते शनिवार को यह निर्णय लिया गया।
राज्य सरकार के अनुसार, इस साल कम बारिश के कारण राज्य के 70 से अधिक तहसीलों में फसलें प्रभावित हुई हैं। जिन गांवों में 33 प्रतिशत से 50 प्रतिशत से अधिक फसल नहीं हुई हैं उन्हें मामूली और गंभीर रूप से प्रभावित की श्रेणी में रखा गया है।
बयान के अनुसार मंत्रिमंडल की बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने हालात पर चर्चा के लिए कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों, शीर्ष अधिकारियों, 16 जिलों के उपायुक्तों और कृषि संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ एक उच्चस्तरीय आपात बैठक की थी।