गांधीनगर। गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस के तीन और विधायकों ने आज पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिससे पिछले 24 घंटे में पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की संख्या छह हो गई है।
उधर इस घटना के बाद कांग्रेस ने सत्तारूढ भाजपा पर उसके विधायकों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाने के बाद अपने बाकी विधायकों को कांगेस शासित कर्नाटक में किसी गुप्त स्थान पर ले जाने की कथित कवायद शुरू कर दी है। उन्हें चुनाव के दिन ही एक साथ यहां लाने की रणनीति पर काम हो रहा है ताकि भाजपा इन पर डोरे नहीं डाल सके।
बताया जाता है कि कुछ विधायक बेंगलोर के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि पार्टी के किसी भी नेता ने यहां इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। उधर कुछ कांग्रेस विधायक अब भी राज्य में बने हुए हैं।
इससे पहले आज इस्तीफा देने वाले विधायकों में कांग्रेस के दिग्गज नेता तथा अमूल डेयरी के नाम से विख्यात गुजरात के खेड़ा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ के चेयरमैन रामसिंह परमार शामिल हैं। उनके अलावा वासंदा के विधायक छनाभाई चौधरी ने कल देर रात और बालासिनोर के कांग्रेस विधायक मानसिंह चौहाण ने आज विधानसभा अध्यक्ष रमनभाई वोरा को अपना त्यागपत्र सौंप दिया। इनके भी भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
पार्टी के तीन विधायकों ने कल इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। इनमें से एक बलवंत सिंह राजपूत को भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिये अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सिंह ने आज भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तथा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ आज विधिवत नामांकन भी कर दिया। अब इस चुनाव के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल समेत कुल चार उम्मीदवार मैदान में हैं।
कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक कद्दावर नेता शंकरसिंह वाघेला के करीबी बताए जाते हैं। वाघेला ने 21 जुलाई को कांग्रेस से नाता तोड़ लिया था। ऐसी अटकले हैं कि कांग्रेस के कुछ और विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं। इससे अहमद के लगातार पांचवी बार राज्यसभा चुनाव जीतने में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अहमद अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं।
कुल 182 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा के पास एक बागी समेत 122 विधायक हैं। छह विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के 51, राकांपा के दो और जदयू का एक विधायक है। कांग्रेस के चार विधायकों ने आज मीडिया के समक्ष दावा किया था कि भाजपा ने उन्हें पाला बदलने के लिए पांच से दस करोड रुपए और इस साल के विधानसभा चुनाव में टिकट देने का ऑफर दिया था। (वार्ता)