इंदौर। केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि मध्यप्रदेश के इंदौर में पेट्रोलियम मंत्रालय और आईसीआईसीआई बैंक राज्य सरकार के साथ मिलकर 20 करोड़ रुपए की लागत से दक्षता अकादमी प्रारंभ करेगा।
प्रधान ने आईसीआईसीआई बैंक और खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा यहां संचालित अकादमी के दीक्षांत समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यही चाहते हैं कि युवाओं में दक्षता को बढ़ाकर उनको रोजगार उपलब्ध कराया जाए। युवाओं में दक्षता होने पर वह किसी भी कार्य को करने में सक्षम होंगे।
केन्द्रीय मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि इंदौर में संचालित हो रही यह अकादमी देश के लिए रोल मॉडल है। यहां पर प्रशिक्षित युवाओं को 100 प्रतिशत रोजगार मिला है। पेट्रोलियम मंत्रालय प्रतिवर्ष 10 लाख करोड़ रुपए के पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री करता है, वह सात लाख करोड़ रुपए मूल्य के कच्चे तेल का आयात करता है।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के निर्देश हैं कि इसकी लागत 10 प्रतिशत तक कम की जाए, जिससे विदेशी मुद्रा एवं पर्यावरण को बचाने में सहयोग मिले। इस कार्य के लिए तकनीकी रूप से सक्षम ड्रायवरों की आवश्यकता होगी, जो गाड़ियों को बेहतर तरीके से ड्राइव करें और ईधन बचाएं। इसके लिए अकादमी में प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
प्रधान ने कहा कि भारत और जापान संयुक्त रूप से तकनीकी योग्यता बढ़ाने के लिए सहयोग कर रहे हैं। जापान में कृषि क्षेत्र पूर्णत: मशीनीकृत है और उन्हें मैन पॉवर की आवश्यकता है। जिसकी कमी को अकादमी से प्रशिक्षित युवा पूर्ण कर सकते हैं।
पेट्रोलियम मंत्री ने अकादमी पर संचालित हो रही गतिविधियों का निरीक्षण किया और ऐसी अकादमी देश के अन्य राज्यों में भी संचालित करने की इच्छा जताई। इस अकादमी ने चार वर्ष में चार हजार से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार उपलब्ध कराया है।
प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने भी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इंदौर की यह अकादमी देश में विशिष्ट स्थान रखती है। आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती चंदा कोचर ने कहा कि उनका बैंक देश के युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है।