मुंबई। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोशियारी ने भाजपा विधायक दल के नेता देवेन्द्र फडणवीस को सरकार बनाने का न्योता दिया है।
हालांकि राज्यपाल ने कहा है कि देवेन्द्र फडणवीस को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक बहुमत साबित करना होगा। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें मिली हैं, जबकि शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 एवं कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा और शिवसेना ने एक साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन, बाद में मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों पार्टियों में खींचतान शुरू हो गई थी। सेना ने एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
हालांकि शिवसेना को उपमुख्यमंत्री पद देने को तैयार है, लेकिन शिवसेना का कहना है कि 50-50 फॉर्मूले के तहत ढाई साल भाजपा का मुख्यमंत्री होना चाहिए और ढाई साल शिवसेना का। दोनों पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी काफी हुए थे।
शिवसेना ने किया स्वागत : शिवसेना के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा भाजपा को सरकार बनाने के लिये अपनी इच्छा और क्षमता से अवगत कराने के लिए कहना एक स्वागतयोग्य कदम है। राउत ने कहा कि यह फैसला निर्धारित प्रक्रिया के अनुरूप है।
राकांपा कर सकती है विकल्प पर विचार : राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि अगर शिवसेना ने भी सदन में भाजपा के खिलाफ वोट किया तो उनकी पार्टी विकल्प के बारे में सोच सकती है। मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि राज्यपाल ने देर से प्रक्रिया शुरू की। उन्हें पहले ही यह करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि शक्ति परीक्षण हुआ तो राकांपा भाजपा के खिलाफ वोट करेगी। अगर शिवसेना ने सदन पटल पर भाजपा के खिलाफ वोट किया और सरकार गिर गई तो राकांपा विकल्प के बारे में सोचेगी।