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Jharkhand : भर्ती के दौरान हुई मौतों पर विरोधाभासी आंकड़े, प्रदेश भाजपा ने किया यह दावा...

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 2 सितम्बर 2024 (20:11 IST)
Contradictory figures on deaths during recruitment drive : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को कहा कि एक्साइज कांस्टेबलों के लिए जारी शारीरिक परीक्षा के दौरान सिर्फ 4 अभ्यर्थियों की मौत हुई है। उनका यह बयान राज्य पुलिस के दावे के उलट है जिसमें 11 लोगों की मौत की जानकारी दी गई थी। गुप्ता ने आंकड़ों की सत्यता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये संख्या गलत है।
 
गुप्ता ने रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर कहा, ये आंकड़े कहां से आ रहे हैं? ये प्रामाणिक नहीं हैं। कुल चार लोगों की मौत हुई है। उन्होंने इन मौतों के लिए कोविड महामारी के बाद बढ़ती हृदय संबंधी समस्याओं को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि डॉक्टर व्यक्तिगत क्षमता के अनुसार व्यायाम करने की सलाह दे रहे हैं। गुप्ता ने कहा, किसी भी उम्मीदवार की मृत्यु वास्तव में दुखद है।
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पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल वी होमकर ने रविवार को बताया कि पलामू में चार, गिरिडीह और हजारीबाग में दो-दो, तथा रांची, पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी और साहेबगंज केंद्रों में एक-एक अभ्यर्थी की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि अप्राकृतिक मौत के मामले दर्ज किए गए हैं और जांच जारी है।
 
झारखंड एक्साइज कांस्टेबल भर्ती के लिए शारीरिक परीक्षा 22 अगस्त से शुरू हुई और नौ सितंबर तक चलेगी। उन्होंने बताया कि 30 अगस्त तक कुल 127,772 अभ्यर्थियों ने शारीरिक परीक्षा में भाग लिया था, जिनमें से 78,023 सफल हुए। इस बीच, झारखंड भाजपा ने सोमवार को दावा किया कि सरकारी कुप्रबंधन के कारण शारीरिक परीक्षा के दौरान अब तक कम से कम 13 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है।
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भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर बाउरी ने स्थिति से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना की। विधानसभा में विपक्ष के नेता बाउरी ने पलामू में आरोप लगाया, शारीरिक परीक्षा के दौरान अब तक कम से कम 13 अभ्यर्थियों की मौत हो चुकी है। इस अभियान में कुप्रबंधन स्पष्ट है। मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है। यह झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार की विफलता है, जिसने अभ्यर्थियों के प्रति असंवेदनशीलता दिखाई है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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