Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

कर्नल बैंसला पर गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर का तीखा आरोप

कर्नल बैंसला पर गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर का तीखा आरोप
, बुधवार, 11 नवंबर 2020 (14:55 IST)
जयपुर। राजस्थान में गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने गुर्जर आंदोलन के लिए कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की हठधर्मिता को जिम्मेदार बताते हुए कहा है कि कर्नल बैंसला ने अपने बेटे विजय सिंह बैंसला की राजनीतिक स्थापना एवं मीडिया में बने रहने के लिए रेल पटरियों को चुना।
 
गुर्जर ने बुधवार को सोशल मीडिया के जरिए कर्नल बैंसला पर केवल अपने बेटे को आगे लाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब सरकार गुर्जरों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है तो आंदोलन शुरु करने से पहले उसके साथ वार्ता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज के पंच पटेलों ने एक राय होकर सरकार के साथ बातचीत की और वार्ता सफल भी रही और 14 बिंदुओं पर सहमति बनी जिसमें गुर्जरों की सभी मांगें आ गई थीं।
उन्होंने कहा कि कर्नल बैंसला ने अपने बेटे की राजनीतिक स्थापना एवं मीडिया में बने रहने के लिए इस समझौते को नहीं माना और 50-60 लोगों को साथ लेकर रेल पटरियों पर जाम लगाकर आंदोलन शुरू कर दिया जबकि जब सरकार बातचीत के लिए तैयार है और वह इसके लिए बुला रही है तो बातचीत की जानी चाहिए, लेकिन कर्नल बैंसला ने अपने बेटे के लिए केवल पटरियों पर ही बातचीत करने की हठधर्मिता अपना ली।
 
उन्होंने कहा कि जब खेलमंत्री अशोक चांदना बातचीत के लिए आगे आए, तब उन्होंने उनसे वार्ता क्यों नहीं की?जब उन्हें बातचीत पटरियों पर ही करनी थी तो अब बातचीत के लिए वे जयपुर क्यों आ रहे हैं? गुर्जर ने कहा कि कर्नल बैंसला ने अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह कोई राजा की गद्दी नहीं है, जो बेटे को सौंप दी है। उन्होंने कहा कि गुर्जरों का यह सामाजिक आंदोलन है और गुर्जर समाज यह संदेश देना चाहता था कि वह अपनी मांगों के लिए बातचीत के लिए तैयार है। वर्ष 2007 से आंदोलन में मुकदमों का दर्द झेल रहे गुर्जर समाज ने ऐसी समस्याओं से बचने के लिए बातचीत की पहल की और उनकी वार्ता सकारात्मक भी रही। लेकिन कर्नल बैंसला की हठधर्मिता ने कुछ लोगों को रेल पटरी पर पहुंचा दिया। उन्होंने कहा कि इस कारण इस आंदोलन में गुर्जर समाज के ज्यादा लोग नहीं जुट पाए। 
(वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

सही वक्त पर दुश्मन को दोस्त और दोस्त को दुश्मन बनाने में माहिर नीतीश एक बार फिर बनेंगे मुख्यमंत्री