नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के समस्त निगम पार्षदों एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम से आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष विकास गोयल, पूर्वी दिल्ली नगर निगम से आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष मनोज त्यागी एवं दक्षिणी दिल्ली से आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष प्रेम सिंह चौहान की अध्यक्षता में भाजपा शासित नगर निगम के तीनों मेयरों के घर का घेराव किया गया।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम में हुए 2500 करोड़ रुपए के घोटाले के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया। तीनों निगमों के मेयरों के घर का घेराव किया। भाजपा और मेयरों के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और भाजपा शासित नगर निगम में हुए 2500 करोड़ रुपए के घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि पिछले 15 सालों से दिल्ली की नगर निगम में भाजपा की सरकार है। इन 15 सालों में भाजपा ने निगम में केवल भ्रष्टाचार करने के अलावा और कोई काम नहीं किया। आज दिल्ली की किसी भी गली में चले जाओ, जगह- जगह गंदगी और कूड़े के ढेर नजर आते हैं। नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं। दिल्ली में कहीं भी कोई मकान बनता है, तो भाजपा के निगम पार्षद उगाही करने पहुंच जाते हैं।
भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा इतनी अधिक हो गई है कि आज भाजपा, निगम के अधीन काम करने वाले डॉक्टरों को, नर्सों को, अध्यापकों को, मालियों को, सफाई कर्मचारियों को और तमाम अन्य कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रही हैं।
दिल्ली नगर निगम की इतनी बुरी दुर्दशा होने के बावजूद भी भाजपा की बेशर्मी देखो कि उन्होंने नगर निगम में 2500 करोड़ रुपए का घोटाला कर दिया। दिल्ली के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला कॉमनवेल्थ घोटाला माना जाता था। दिल्ली की जनता को धोखा देकर एक बार फिर से दिल्ली के नगर निगम की सत्ता में आई भाजपा ने उस कॉमनवेल्थ घोटाले को भी पीछे छोड़ दिया। यह 2500 करोड़ का घोटाला दिल्ली के इतिहास का आज तक का सबसे बड़ा घोटाला है।
उन्होंने कहा कि यह 2500 करोड रुपए इतनी बड़ी राशि है कि जिससे तमाम निगम के कर्मचारियों का पिछला रुका हुआ सारा वेतन तथा आने वाले पूरे साल का वेतन एडवांस में दिया जा सकता था। 2500 करोड रुपए के घोटाले के लिए भाजपा के नेताओं के साथ- साथ तीनों निगम के मेयर भी बराबर के जिम्मेदार हैं।
आम आदमी पार्टी के तमाम निगम पार्षदों एवं सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मेंयरों के घर के बाहर शांतिपूर्ण तरीके से इस 2500 करोड़ रुपए के घोटाले के विरोध में प्रदर्शन किया और इस घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग की। इस मामले में सीबीआई की जांच करवाएं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। भाजपा इस भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच नहीं करवाती है तो यह माना जाएगा कि इस घोटाले में वह भी बराबर की हिस्सेदार है।