तिरुवनंतपुरम। सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश और प्राइस वॉटर हाउस कूपर्स समेत 2 कंपनियों पर सोमवार को धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में केरल पुलिस ने मामला दर्ज किया। आरोप है कि सुरेश ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में नौकरी पाने के लिए फर्जी अकादमिक डिग्री का इस्तेमाल किया था।
पुलिस ने कहा कि सुरेश द्वारा सौंपे गए दस्तावेजों की जांच करने की जिम्मेदारी कंसल्टिंग एजेंसी प्राइस वॉटर हाउस कूपर्स और विजन टेक्नोलॉजी पर थी। उन्होंने कहा कि मामले में इन दोनों कंपनियों को भी आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन केरल राज्य सूचना प्रौद्योगिकी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (केएसआईटीआईएल) की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया।
सुरेश पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीकॉम की फर्जी डिग्री के इस्तेमाल से सूचना प्रौद्योगिकी विभाग में नौकरी पाई थी। हाल ही में यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राजनयिक सामान के जरिए 30 किलोग्राम सोने की तस्करी के मामले में सुरेश का नाम सामने आने पर राज्य सरकार ने उनकी नौकरी समाप्त कर दी थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अन्य आरोपियों के साथ सुरेश को भी गिरफ्तार किया है। (भाषा)