मुंबई। मुंबई पुलिस ने गुजरात में मादक पदार्थ मेफेड्रोन बनाने वाली एक इकाई का भंडाफोड़ करते हुए 500 किलोग्राम प्रतिबंधित पदार्थ बरामद किया है जिसकी कीमत 1026 करोड़ रुपए आंकी गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। वहीं वडोदरा की फैक्टरी से 200 किलो ड्रग्स जब्त की गई है।
अधिकारी ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस के मादक पदार्थ निरोधक प्रकोष्ठ (एएनसी) की वर्ली शाखा ने गुजरात के अंकलेश्वर शहर के एक निर्माण इकाई पर 13 अगस्त को छापेमारी की और वहां से 513 किलोग्राम सिंथेटिक ड्रग्स जब्त किया। उन्होंने बताया कि एएनसी के दल ने निर्माण इकाई के मालिक गिरिराज दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गिरिराज रसायन विज्ञान में स्नातकोत्तर है।
गुजरात एटीएस ने 1,000 करोड़ का मेफेड्रोन जब्त किया: गुजरात आतंकवादरोधी दस्ते (एटीएस) ने मंगलवार को वड़ोदरा शहर के पास एक गोदाम से 200 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित पदार्थ मेफेड्रोन (एमडी) जब्त किया जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1,000 करोड़ रुपए है। मेफेड्रोन पार्टियों में इस्तेमाल होने वाला मादक पदार्थ है।
एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया कि गोदाम मालिकों ने कोई वैध ड्रग्स बनाने की आड़ में भरूच जिले में अपने कारखाने में नशीले पदार्थ का विनिर्माण किया। उन्होंने कहा कि कारखाने से जुड़े कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
अधिकारी के अनुसार गुजरात एटीएस के दल ने एक गुप्त सूचना पर सुबह के समय वड़ोदरा जिले के सावली तालुक में एक गोदाम पर छापा मारा और प्रतिबंधित संदिग्ध मादक पदार्थ का बड़ा जखीरा जब्त किया। उन्होंने कहा कि जब्त पदार्थ के फोरेंसिक विश्लेषण से इस बात की पुष्टि हुई कि यह मेफेड्रोन या एमडी ड्रग्स है।
हमने कुल मिलाकर 200 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ जब्त किया है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 1,000 करोड़ रुपए है। अधिकारी के अनुसार विस्तृत जांच और तलाशी अभियान अब भी जारी है और कारखाने से जुड़े कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।