Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

सावधान, क्या रक्षाबंधन पर भद्रा और ग्रहण अशुभ का संकेत है

आचार्य राजेश कुमार
भाई-बहन के असीम स्नेह का पर्व रक्षाबंधन 7 अगस्त को है लेकिन इस बार इस त्योहार पर भद्रा के साथ ही चंद्रग्रहण का साया भी रहेगा। करीब 12 साल बाद ऐसा संयोग बना है जब राखी के दिन ग्रहण लग रहा है। इसलिए इस बार राखी के दिन सूतक भी लगेगा। इस साल का यह दूसरा चन्द्र ग्रहण है।
 
कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण:-
 
 भारत समेत यूरोप के ज्यादातर हिस्सों में, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, पूर्वी दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, अंटार्कटिका के ज्यादातर क्षेत्र में दिखेगा चंद्र ग्रहण। इस ग्रहण की अवधि 5 घंटे एक मिनट होगी आंशिक ग्रहण की अवधि 1 घंटे, 55 मिनट है।

ALSO READ: रक्षाबंधन पर है ग्रहण, कब मनाएं पर्व, जानिए शुभ मंत्र
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त:-
 
ग्रहण का समय आरंभ : 7 अगस्त, 21:20:01 पर आंशिक ग्रहण 
 
7 अगस्त, 22:52:56 पर अधिकतम ग्रहण
 
 7 अगस्त, 23:50:29 आंशिक ग्रहण समाप्त 
 
8 अगस्त, 00:48:09 पर ग्रहण समाप्त
 
चंद्रग्रहण कुंवारों के लिए अच्छा नहीं होता है क्योंकि सुंदरता का प्रतीक चंद्रमा तो श्रापित है और जो भी कुंवारा लड़का या लड़की उसे देखता है तो उसकी शादी या तो रूक जाती है या बहुत मुश्किलों से तय होती है। मान्यता तो यह भी है कि ग्रहण देखने वाले युवक-युवती की अगर शादी हो भी जाती है तो भी उनके वैवाहिक जीवन में काफी कष्ट भी आते हैं।
 
चंद्रग्रहण वो खगोलीय स्थिति है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं। चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा को घटित हो सकता है। चंद्रग्रहण का प्रकार और अवधि चंद्रमा की स्थिति पर निर्भर करते हैं।

ALSO READ: रक्षाबंधन विशेष : कब बांधें राखी, पढ़ें श्रेष्ठ मुहूर्त
 
चंद्रग्रहण को आप बिना किसी विशेष चश्मे के खुली आंखों से देख सकते हैं क्योंकि इससे आंखों को नुकसान नहीं होता। एक साल में अधिकतम तीन बार पृथ्वी के उपछाया से चंद्रमा गुजरता है। सूर्यग्रहण की तरह ही चंद्रग्रहण भी आंशिक और पूर्ण हो सकता है।
 
ग्रहण में क्या करें क्या ना करें:-
 
चन्द्रमा में कैंची का प्रयोग न करें, फूलों को न तोड़े, बालों व कपड़ों को साफ न करें, दातुन या ब्रश न करें, गाय, भैंस व बकरी का दोहन न करें, भोजन न करें, कठोर शब्दों का प्रयोग न करें, स्त्री प्रसंग न करें, यात्रा न करें तथा शयन करना भी वर्जित माना गया है।
 
विशेष- गर्भवती महिलाएं ग्रहण काल में एक जटा नारियल और 5 गोमती चक्र अपने पास रखें, इससे ग्रहण से निकलने वाली नकारात्मक उर्जा का प्रभाव उन पर नहीं पड़ेगा।

ALSO READ: इस रक्षाबंधन पर है ग्रहण, आप पर कैसा होगा असर
राखी पर भद्रा और ग्रहण दोनों का साया मंगलकारी नहीं है। अत: सावधानी से शुभ समय का चयन कर ही पर्व मनाएं। 
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Shopping for Diwali: दिवाली के लिए क्या क्या खरीदारी करें?

बहुत रोचक है आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति की कथा, जानिए कौन हैं भगवान धन्वंतरि?

दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

सभी देखें

धर्म संसार

नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 28 से 03 नवंबर तक

Aaj Ka Rashifal: 27 अक्टूबर के दिन इन 4 राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ, पढ़ें अपना राशिफल

27 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

27 अक्टूबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Kali chaudas 2024: नरक चतुर्दशी को क्यों कहते हैं भूत चौदस, किसकी होती है पूजा?

આગળનો લેખ
Show comments