Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

30 या 31 दिसंबर कब मनाई जाएगी अखुरख संकष्टी चतुर्थी? जानिए तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त

Webdunia
शुक्रवार, 29 दिसंबर 2023 (10:57 IST)
Akhuratha Chaturthi 2023: चतुर्थी तिथि भगवान श्री गणेशजी को समर्पित है।  पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं। यह चतुर्थी 30 दिसंबर या 31 दिसंबर 2023 को रहेगी? इसको लेकर यदि आप कंफ्यूज हैं तो जानिए सही तारीख और गणेशजी की पूजा का सही मुहूर्त।
 
गणेश जी की करें पूजा : अमावस्या के बाद आने वाली शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायकी चतुर्थी कहते हैं और पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। इस दिन बुद्धि, ज्ञान और धन-वैभव के देवता भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा की जाती है।
 
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ- 30 दिसम्बर 2023 को सुबह 09:43 से।
चतुर्थी तिथि समाप्त- 31 दिसम्बर 2023 को सुबह 11:55 तक।
 
कब है चतुर्थी :-
  1. अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 30 दिसम्बर 2023 शनिवार को।
  2. संकष्टी के दिन चन्द्रोदय- रात्रि 08:36 को।
  3. स्थानीय समयानुसार अलग अलग समय रहता है। 
पूजा का शुभ मुहूर्त:- 
  1. पूजा मुहूर्त- सुबह 08:03 से 09:30 तक।
  2. शाम का मुहूर्त- 06:14 से रात 07:46 तक।
  3. अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:03 से 12:44 तक।
  4. गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:31 से 05:59 तक।
 
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी व्रत रखने के फायदे:
 
खला तिथि व रिक्ता संज्ञक : यह खला तिथि हैं। तिथि 'रिक्ता संज्ञक' कहलाती है। अतः इसमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। यदि चतुर्थी गुरुवार को हो तो मृत्युदा होती है और शनिवार की चतुर्थी सिद्धिदा होती है और चतुर्थी के 'रिक्ता' होने का दोष उस विशेष स्थिति में लगभग समाप्त हो जाता है। चतुर्थी तिथि की दिशा नैऋत्य है।

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras Rashifal: धनतेरस पर बन रहे 5 दुर्लभ योग, इन राशियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

Shopping for Diwali: दिवाली के लिए क्या क्या खरीदारी करें?

बहुत रोचक है आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति की कथा, जानिए कौन हैं भगवान धन्वंतरि?

दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

सभी देखें

धर्म संसार

27 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

27 अक्टूबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Kali chaudas 2024: नरक चतुर्दशी को क्यों कहते हैं भूत चौदस, किसकी होती है पूजा?

Bach Baras 2024: गोवत्स द्वादशी क्यों मनाते हैं, क्या कथा है?

गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव कैसे मनाया जाता है?

આગળનો લેખ
Show comments