Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

चतुर्थी और पंचमी का शुभ संयोग, जानिए कैसे करें पूजा, शुभ मुहूर्त, आरती और प्रसाद

Webdunia
शनिवार, 9 अक्टूबर 2021 (07:44 IST)
इस बार शारदीय नवरात्रि 9 के बजाय 8 दिनों की है। अर्थात 7 अक्टूबर से नवरात्रि प्रारंभ होगी और 15 को नवरात्रि का समापन हो जाएगा। इस बार तिथि तो नौ ही रहेगी लेकिन दिन 8 रहेंगे, क्योंकि इस बार चतुर्थी और पंचमी तिथि एक ही दिन है।
 
 
1. देवी :चतुर्थी पर मां कूष्मांड और पंचमी पर मां स्कंदमाता की पूजा होगी।
 
2. तिथि : शुक्ल पक्ष चतुर्थी ( क्षय तिथि ) 09 अक्टूबर को 07:49 AM से 10 अक्टूबर 04:55 PM तक रहेगी। तब पंचमी तिथि पंचमी तिथि 10 अक्टूबर को 04:55 AM से 11 अक्टूबर 02:14 AM तक रहेगी। 
 
शुभ मुहूर्त :
चतुर्थ का शुभ मुहूर्त:- अभिजीत मुहूर्त– 11:50 AM से 12:37 PM, अमृत काल– 08:47 AM से 10:15 AM और ब्रह्म मुहूर्त– 04:48 AM से 05:36 AM तक रहेगा।
 
पंचमी शुभ मुहूर्त:- अभिजीत मुहूर्त– 11:50 AM से 12:37 PM, अमृत काल– 04:47 AM से 06:16 AM, ब्रह्म मुहूर्त– 04:49 AM से 05:37 AM तक रहेगा।
 
प्रसाद : मां कूष्मांडा को नवरात्रि के चौथे दिन मालपुए का भोग लगाने से वे प्रसन्न होती हैं। इस भोग को मंदिर के ब्राह्मण को दान करना चाहिए। ऐसा करने से बुद्धि का विकास होने के साथ-साथ निर्णय शक्ति बढ़ती है। पांचवे दिन मां स्कंदमाता को केले का नैवेद्य चढ़ाना बहुत उत्तम होता है। ऐसा करने से आपको उत्तम स्वास्थ्य और निरोगी काया की प्राप्ति होती है।
 
कैसे करें पूजा :
1. पूजन में शुद्धता व सात्विकता का विशेष महत्व है, इस दिन प्रात:काल स्नान-ध्यान से निवृत हो भगवान का स्मरण करते हुए भक्त व्रत एवं उपवास का पालन करते हुए भगवान का भजन व पूजन करते हैं।
 
2. नित्य कर्म से निवृत्त होने के बाद अपने ईष्ट देवी मूर्ति या चि‍त्र को लाल या पीला कपड़ा बिछाकर लकड़ी के पाट पर रखें। मूर्ति को स्नान कराएं और यदि चित्र है तो उसे अच्छे से साफ करें।
 
3. पूजन में देवताओं के सामने धूप, दीप अवश्य जलाना चाहिए। देवी के लिए जलाए गए दीपक को स्वयं कभी नहीं बुझाना चाहिए।
 
4. फिर देवी के मस्तक पर हलदी कुंकू, चंदन और चावल लगाएं। फिर उन्हें हार और फूल चढ़ाएं। फिर उनकी आरती उतारें। पूजन में अनामिका अंगुली (छोटी उंगली के पास वाली यानी रिंग फिंगर) से गंध (चंदन, कुमकुम, अबीर, गुलाल, हल्दी, मेहंदी) लगाना चाहिए।
 
5. पूजा करने के बाद प्रसाद या नैवेद्य (भोग) चढ़ाएं। ध्यान रखें कि नमक, मिर्च और तेल का प्रयोग नैवेद्य में नहीं किया जाता है। प्रत्येक पकवान पर तुलसी का एक पत्ता रखा जाता है।
 
6. अंत में उनकी आरती करके नैवेद्य चढ़ाकर पूजा का समापन किया जाता है।
 
7. घर में या मंदिर में जब भी कोई विशेष पूजा करें तो अपने इष्टदेव के साथ ही स्वस्तिक, कलश, नवग्रह देवता, पंच लोकपाल, षोडश मातृका, सप्त मातृका का पूजन भी किया जाता। लेकिन विस्तृत पूजा तो पंडित ही करता है अत: आप ऑनलाइन भी किसी पंडित की मदद से विशेष पूजा कर सकते हैं। विशेष पूजन पंडित की मदद से ही करवाने चाहिए, ताकि पूजा विधिवत हो सके।
 
कूष्मांड माता आरती :
चौथा जब नवरात्र हो, कूष्मांडा को ध्याते।
जिसने रचा ब्रह्मांड यह, पूजन है
 
उनका आद्य शक्ति कहते जिन्हें, अष्टभुजी है रूप।
इस शक्ति के तेज से कहीं छांव कहीं धूप॥
 
कुम्हड़े की बलि करती है तांत्रिक से स्वीकार।
पेठे से भी रीझती सात्विक करें विचार॥
 
क्रोधित जब हो जाए यह उल्टा करे व्यवहार।
उसको रखती दूर मां, पीड़ा देती अपार॥
सूर्य चंद्र की रोशनी यह जग में फैलाए।
शरणागत की मैं आया तू ही राह दिखाए॥
 
नवरात्रों की मां कृपा कर दो मां
नवरात्रों की मां कृपा करदो मां॥
 
जय मां कूष्मांडा मैया।
#
 
स्कंतमाता आरती : 
जय तेरी हो स्कंद माता
पांचवां नाम तुम्हारा आता
सब के मन की जानन हारी
जग जननी सब की महतारी
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं
हरदम तुम्हें ध्याता रहूं मैं
 
कई नामों से तुझे पुकारा
मुझे एक है तेरा सहारा
कहीं पहाड़ों पर है डेरा
कई शहरो मैं तेरा बसेरा
हर मंदिर में तेरे नजारे
गुण गाए तेरे भगत प्यारे
भक्ति अपनी मुझे दिला दो
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो
इंद्र आदि देवता मिल सारे
करे पुकार तुम्हारे द्वारे
दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए
तुम ही खंडा हाथ उठाए
दास को सदा बचाने आई
'चमन' की आस पुराने आई...

ALSO READ: जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी : पढ़ें मां दुर्गा की दिव्य आरती

ALSO READ: Picture Story : नवरात्रि में उपवास के 10 नियम

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dhanteras 2024: अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक?

क्या है मुंबई स्थित महालक्ष्मी मंदिर का रहस्यमयी इतिहास,समुद्र से निकली थी यहां माता की मूर्ति

धनतेरस सजावट : ऐसे करें घर को इन खूबसूरत चीजों से डेकोरेट, आयेगी फेस्टिवल वाली फीलिंग

दिवाली पर मां लक्ष्मी को बुलाने के लिए करें ये 5 उपाय, पूरे साल रहेगी माता लक्ष्मी की कृपा

दिवाली से पहले घर से हटा दें ये पांच चीजें, तभी होगा मां लक्ष्मी का आगमन

सभी देखें

धर्म संसार

इस दीपावली अपने आउटफिट को इन Bangles Set बनाएं खास, देखें बेस्ट स्टाइलिंग आइडियाज

मां लक्ष्मी के ये नाम बेटी के लिए हैं बहुत कल्याणकारी, सदा रहेगी मां की कृपा

अगर दिवाली की छुट्टियां बनाना चाहते हैं ख़ास तो भारत के इन शहरों में जाएं घूमने, विशिष्ट होती है यहां दिवाली की धूम

Aaj Ka Rashifal: आज इन 3 राशियों को मिलेंगे धनलाभ के अवसर, जानें 26 अक्टूबर का राशिफल

26 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

આગળનો લેખ
Show comments