नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी की गई दुनिया के 15 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। इसमें 14 नाम भारतीय शहरों के हैं, जिसमें कानपुर सबसे ऊपर है। प्रदूषित शहरों की यह लिस्ट 2016 की है।
WHO की ताजा आंकड़े के मुताबिक दिल्ली में पीएम 2.5 ऐनुल ऐवरेज 143 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नेशनल सेफ स्टैंडर्ड से तीन गुना ज्यादा है। जबकि पीएम 10 ऐवरेज 292 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है जो नेशनल स्टैंडर्ड से 4.5 गुना ज्यादा है।
उल्लेखनीय है कि सेंट्रल पॉल्वुशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) का दावा है कि 2016 के मुकाबले 2017 में दिल्ली की हवा में प्रदूषण के स्तर कम हुआ है।
जानिए कौन से शहर हैं ज्यादा प्रदूषित : इस सूची में सबसे ऊपर कानपुर का नाम है। इसके बाद फरीदाबाद, वाराणसी, गया, पटना और दिल्ली का नंबर है। सूची में लखनऊ, आगरा, मुजफ्फरपुर, श्रीनगर, गुरुग्राम, जयपुर, पटियाला और जोधपुर भी शामिल है।
इस कदम की सराहना: डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में भारत के लिए जो बात सकारात्मक कही जा सकती है वह है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'उज्जवला' योजना की विशेष चर्चा। इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को किफायती दर पर एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराया जाता है। इससे इन महिलाओं को लकड़ी के चुल्हे पर खाना बनाने से निजात मिली है।
कई कदम उठाए पर स्थिति जस की तस : भारत में 2016 में वायु प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए। अक्टूबर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान, दिसंबर 2015 में ट्रकों पर पर्यावरण प्रतिपूर्ति शुल्क (ईसीसी) और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर एनसीआर के शहरों के बीच बेहतर समन्वय जैसे उपाय इनमें शामिल हैं। सरकार की ओर से उठाए गए कदमों से स्थिति कितनी सुधरी, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई क्योंकि डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में 2016 तक के आंकड़ों को ही शामिल किया गया है।