लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में प्रदेश का सबसे बड़ा मॉल खुला है। इस मॉल का नाम है लुलु मॉल (Lulu Mall). अभी तक ये मॉल कई वजहों से सुर्खियों में आ चुका है। ये मॉल सर्व-सुविधायुक्त है और इसमें कई विदेशी ब्रांड्स के शोरूम भी स्थित हैं। ओपनिंग के बाद पहले ही दिन लुलु मॉल में 1 लाख से ज्यादा लोग शॉपिंग के लिए आए थे। हाल ही में इस मॉल के भीतर कुछ लोगों के नमाज पढ़ने का मामला सामने आया था, जिसके चलते लुलु मॉल एक बार फिर से खबरों में है। आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर क्या है ये लुलु मॉल, इसका मालिक कौन है और आखिर क्यों इसकी इतनी चर्चा हो रही है ....
'Lulu Hypermarket' और 'Funtara' कर रहे आकर्षित:
लुलु मॉल ओपनिंग डे से ही उत्तर प्रदेश के लोगों को आकर्षित कर रहा है। अबु-धाबी के LuLu Group International ने इस मॉल को बनवाया है, जिसके मालिक भारतीय मूल के युसूफ अली एम.ए. हैं। इस मॉल के भीतर स्थित लुलु हायपरमार्केट और एंटरटेनमेंट सेंटर 'Funtara' लोगों को बहुत पसंद आ रहा है। लुलु मॉल में फैशन, लाइफस्टाइल, किड्स सेक्शन, होम डेकॉर आदि चीजों की ढेरों अंतराष्ट्रीय ब्रांड्स मौजूद हैं।
दुनिया के 22 देशों में 235 से ज्यादा रिटेल स्टोर:
आपको बता दें कि लुलु इंटरनेशनल इससे पहले दक्षिण भारत के 4 शहरों कोच्चि, तिरुअनंतपुरम, त्रिशूर और बेंगलुरु में भी लुलु मॉल बना चुका है। लखनऊ में स्थित लुलु मॉल करीब 2000 करोड़ रुपयों की लागत के साथ 22 लाख वर्ग फुट में बनकर तैयार हुआ है। इसका उद्घाटन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों हुआ था। लुलु इंटरनेशनल के अमेरिका, यूरोप, मध्य एशिया के 22 देशों में 235 से ज्यादा रिटेल स्टोर हैं।
लुलु ग्रुप के मालिक युसूफ अली की पैदाइश केरल के त्रिशूर जिले में हुई, इसके बाद 1973 में वे अबु-धाबी चले गए। कई लोग इस मॉल के नाम को लेकर भी सोच में पड़ गए हैं कि आखिर इतनी बड़ी इंटरनेशनल रिटेल चैन का नाम 'लुलु' क्यों रखा गया? इसलिए हम आपको बता दें कि लुलु एक फारसी शब्द है, जिसका मतलब होता है - 'मोती'. बस इसी नाम के साथ ग्रुप की शुरुआत करके कंपनी ने दुनियाभर में आलिशान मॉल बनाने शुरू कर दिए, जिनका इंटीरियर मोती जैसा चमकता है।
शॉपिंग के साथ मनोरंजन का भी खास ध्यान:
इस मॉल में शॉपिंग काम्प्लेक्स के साथ-साथ पूरे परिवार के मनोरंजन के लिए एंटरटेनमेंट जोन, फ़ूड कोर्ट, वीडियो गेम, हॉरर वर्ल्ड आदि कई चीजें हैं। इन्ही सब कारणों की वजह से यहां रोज सैंकड़ों की तादाद में लोग पहुंच रहे हैं।
लोकप्रियता की असली वजह तो ये है:
लुलु मॉल की भव्यता ही इसके फेमस होने की एकमात्र वजह नहीं है। 12 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग लुलु मॉल के भीतर नमाज अदा करते नजर आ रहे थे। लुलु मॉल प्रबंधन ने इसकी शिकायत भी की थी, जिसके बाद लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस स्टेशन में इस मामले की एफआईआर भी दर्ज की गई। इस मामले पर हिन्दू महासभा की ओर से बयान आया कि अगर मॉल के अंदर फिर से नमाज पढ़ी गई, तो हम मॉल के भीतर सुंदरकांड का पाठ करेंगे।
लुलु मॉल, लखनऊ के प्रबंधन ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि नमाज अदा करने वाले लोग कौन थे, इस बात की जानकारी हमे नहीं हैं। लुलु मॉल सभी धर्म के लोगों के लिए है और यहां किसी भी तरह का धार्मिक आयोजन करने की अनुमति नहीं है। इस हेतु लूलू मॉल के बाहर एक पोस्टर भी लगाया गया है कि लुलु मॉल के अंदर किसी भी तरह की धार्मिक प्रार्थना करने की अनुमति नहीं है।