Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

क्‍या होता है हलाल, लखनऊ में क्‍यों उठा हलाल सर्टिफिकेट देने का विवाद?

Webdunia
शनिवार, 18 नवंबर 2023 (17:52 IST)
Halal controversy : धर्म विशेष के ग्राहकों को हलाल प्रमाण पत्र उपलब्ध कराकर बिक्री बढ़ाने के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ कथित रूप से खिलवाड़ करने को लेकर एक कंपनी और कुछ अन्य संगठनों के खिलाफ पुलिस ने यहां मामला दर्ज किया है।

लखनऊ के ऐशबाग में मोतीझील कॉलोनी के निवासी शैलेंद्र कुमार शर्मा की शिकायत पर शुक्रवार को हजरतगंज थाने में यह मामला दर्ज किया गया। दरअसल, धर्म विशेष के ग्राहकों को हलाल प्रमाण पत्र देकर बिक्री बढ़ाने के लिए लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ कथित रूप से खिलवाड़ करने की बातें हो रही हैं। आरोप है कि ये कंपनियां और संगठन न केवल मुनाफे के लिए बल्कि सामाजिक वैमनस्यता बढ़ाते हुए फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर रहे हैं और हलाल प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं।

क्‍यों आई आतंकी फंडिंग की बात : शिकायत करने वालों ने कहा है कि जिन कंपनियों के पास हलाल प्रमाण पत्र नहीं हैं, उनके उत्पादों की बिक्री घटाने के प्रयास के तहत ऐसा किया जा रहा है, जो अवैध है। आशंका है कि इस अवैध कमाई से आतंकवादी संगठनों और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को फंडिंग की जा रही है। हलाल सर्टिफिकेट में आतंकी फंडिंग की बात सामने आई है।

क्‍या होता है हलाल सर्टिफिकेट : दरअसल, ज्‍यादातर लोग बिना चेक किए कि यह हलाल है या नहीं, शॉपिंग करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि हलाल प्रमाण पत्र क्या होता है और यह सोचकर कौन खरीदारी करता है। इसमें इस बात की गारंटी होती है कि भोजन इस्लामी कानून के तहत तैयार किया गया है। अगर किसी प्रोडक्ट में जानवर या उससे मिलने वाली चीजें शामिल हैं और वह हराम के दायरे में आता है तो उसे हलाल सर्टिफिकेशन नहीं मिल सकता है। भारत में यह सर्टिफिकेशन आमतौर पर एक थर्ड-पार्टी द्वारा प्रदान किया जाता है। कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई याचिका में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद हलाल ट्रस्ट और जमीयत-उलेमा-ए-महाराष्ट्र का नाम सामने आया था। वैसे, भारत में इसके लिए कोई कानूनी प्राधिकरण नहीं है जबकि अरब देशों में मजिस्ट्रेट हलाल सर्टिफिकेट जारी करते हैं।

हलाल क्या होता है : हलाल अरबी का शब्द है, जिसका मतलब होता है ‘जायज़’। इसके उलट हराम होता है यानी वह चीज जो निषिद्ध हो। हलाल उपभोग के लिए केवल जानवरों को मारने के समय ही लागू नहीं होता है, बल्कि यह उत्पादों के निर्माण की प्रक्रिया पर भी लागू होता है जिससे वह इस्लामी मान्यताओं के अनुकूल हो।

क्‍या होता है हलाल में : हलाल गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए जब जानवर को मारना होता है तो तेज धार वाली छुरी का इस्तेमाल गले के आगे चीरा लगाने के लिए किया जाता है। इसमें सही जगह ग्रासनली (इसोफेगस) और गले की नसें होती हैं। किसी दूसरे तरीके से बिल्कुल भी नहीं।
(भाषा) Edited By : Navin Rangiyal

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

Gujarat : वाव सीट पर BJP और कांग्रेस ने उतारे उम्मीदवार, उपचुनाव में इन चेहरों के बीच होगा मुकाबला

आप का दावा, माला पहनाने आए BJP कार्यकर्ताओं ने किया केजरीवाल पर हमला

कुछ नहीं बचता है! दिल्ली में सैलून में राहुल गांधी ने दाढ़ी बनवाई, घर-परिवार की बात की

RPSC ने रद्द की प्रतियोगी परीक्षा 2022, जानिए क्‍यों उठाया य‍ह कदम

कनाडा ने भारत के प्रत्यर्पण संबंधी 26 में से सिर्फ 5 अनुरोधों को माना

આગળનો લેખ
Show comments