कोलकाता/मुंबई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि वे 13 जनवरी को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं होंगी। ममता ने कहा कि वे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ अकेले ही लड़ाई लड़ेंगी। ममता ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट पर डर्टी पॉलिटिक्स का आरोप भी लगाया।
केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को वाममोर्चा और कांग्रेस के बंगाल बंद पर तृणमूल प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने करारा प्रहार किया। हिंसक प्रदर्शन, तोड़फोड़, आगजनी और यातायात में व्यवधान पर नाराजगी जाहिर करते हुए ममता ने कहा कि बंद के नाम पर गुंडागर्दी की जा रही है। इसे आंदोलन नहीं कहा जा सकता है।
मुंबई में शुरू हुई गांधी शांति यात्रा : मुंबई में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने गांधी शांति यात्रा की शुरुआत की।
यात्रा में शामिल होने के लिए मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर एनसीपी चीफ शरद पवार पहुंचे। उनके साथ नवाब मलिक, प्रकाश आंबेडकर और पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे। यात्रा महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा से होकर 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट पर खत्म होगी।