नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की शनिवार को कोलकत्ता में होने वाली विशाल रैली में 12 राजनीतिक दलों के नेता भाग लेंगे। तृणमूल की जनसभा का मकसद लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाना और विपक्ष को एक जुट करना है। इस रैली की सफलता से विपक्ष एकजुट होगा और भाजपा को चुनाव में हराने की रणनीति तैयार की जाएगी।
इस विशाल रैली में वामदलों को आमंत्रित नहीं किया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में होने वाली इस रैली में यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, शत्रुघ्न सिन्हा, हार्दिक पटेल, जिग्नेश मेवाणी आदि को नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार इस रैली में 40 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए चार लाख लोग पहले ही कोलकाता पहुंच चुके हैं। इसके अलावा कई प्रमुख नेता भी पहुंच गए हैं और आज सभी नेताओं के यहां पहुंचने की उम्मीद है।
रैली में कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे, अभिषेक मनुसिंघवी, समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी से सतीश मिश्र, राष्ट्रीय जनता दल से तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय लोक दल के अजीत सिंह एवं जयंत चौधरी, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से शरद पवार, तेलुगूदेशम पार्टी से चंद्रबाबू नायडू, जनता दल सेक्युलर से एचडी कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के एमके स्टालिन आदि हिस्सा लेंगे।
सभी नेता मंच पर विराजमान रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि इस रैली की सफलता से विपक्ष एकजुट होगा और भाजपा को चुनाव में हराने की रणनीति तैयार की जाएगी।