Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

Uttarkashi Tunnel Rescue : बचाव कार्य में आ रही बाधाओं से श्रमिकों और रिश्तेदारों की बढ़ी बेचैनी

Webdunia
शनिवार, 25 नवंबर 2023 (19:17 IST)
Uttarkashi Tunnel Rescue : वह बहुत तनावग्रस्त और बेचैन लग रहे थे और हमसे पूछा कि वे कब बाहर आएंगे। यह बात सुनीता ने शनिवार को कही जिनके देवर वीरेंद्र पिछले 13 दिनों से सिलक्यारा में सुरंग के एक हिस्से के ढह जाने की वजह से फंसे 41 श्रमिकों में शामिल हैं।
 
वीरेंद्र के इन शब्दों ने सुरंग में फंसे श्रमिकों और यहां एकत्रित उनके रिश्तेदारों की मनोदशा को व्यक्त किया। बचाव कार्य में जैसे-जैसे एक के बाद एक बाधाएं आ रही हैं, बेचैनी और निराशा बढ़ती जा रही है।
 
सुनीता ने आज सुबह वीरेंद्र के साथ बातचीत के बाद कहा, आज हमने लगभग 10 मिनट तक बात की। उन्होंने (वीरेंद्र) आज सुबह खाना नहीं खाया। उन्होंने मुझसे कहा कि वह खाना नहीं खाना चाहते। हम अब बहुत चिंतित हैं। वह बहुत तनावग्रस्त और बेचैन लग रहे थे। वह हमसे लगातार पूछ रहे थे कि वे कब बाहर आएंगे।
 
बिहार की रहने वाली सुनीता अपने पति देवेंद्र और वीरेंद्र की पत्नी के साथ घटनास्थल पर आई हैं। वीरेंद्र के बड़े भाई देवेंद्र ने कहा कि अधिकारी उन्हें हर दिन उम्मीद दे रहे हैं लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है। देवेंद्र ने निराशा भरे स्वर में कहा, पिछले दो दिनों से हमें अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है कि उन्हें (फंसे हुए श्रमिकों को) जल्द ही निकाला जा रहा है, लेकिन कुछ न कुछ होता रहता है और प्रक्रिया विलंबित हो जाती है।
 
फंसे हुए श्रमिकों और उनके रिश्तेदारों के बीच बातचीत छह इंच चौड़े पाइप के माध्यम से हो रही है। इस पाइप के माध्यम से एक एंडोस्कोपिक कैमरा भी डाला गया है, जिससे बचावकर्मियों और फंसे व्यक्ति के रिश्तेदारों को अंदर की स्थिति देखने को मिली। बचावकर्मी अब फंसे श्रमिकों के लिए बाहर का रास्ता बनाने के लिए मलबे के बीच एक चौड़ा पाइप डालने की कोशिश कर रहे हैं।
 
सुरंग के टूटे हुए हिस्से में ड्रिलिंग शुक्रवार से रोक दी गई क्योंकि ऑगर मशीन को एक के बाद एक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। मौके पर मौजूद एक सुरंग विशेषज्ञ ने शनिवार को कहा कि मशीन टूट गई है। बचावकर्ता अब अन्य विकल्प तलाश रहे हैं जैसे कि 10 से 12 मीटर के शेष हिस्से को हाथ से ड्रिलिंग करना या अंदर फंसे 41 मजदूरों के लिए एक लंबवत मार्ग बनाना।
 
चारधाम यात्रा मार्ग पर बन रही सुरंग का एक हिस्सा 12 नवंबर को ढह गया था, जिससे उसमें काम कर रहे श्रमिक मलबे के दूसरी ओर फंस गए थे। तब से विभिन्न एजेंसियां उन्हें बाहर निकालने के लिए युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रही हैं। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Modi-Jinping Meeting : 5 साल बाद PM Modi-जिनपिंग मुलाकात, क्या LAC पर बन गई बात

जज साहब! पत्नी अश्लील वीडियो देखती है, मुझे हिजड़ा कहती है, फिर क्या आया कोर्ट का फैसला

कैसे देशभर में जान का दुश्मन बना Air Pollution का जहर, भारत में हर साल होती हैं इतनी मौतें!

नकली जज, नकली फैसले, 5 साल चली फर्जी कोर्ट, हड़पी 100 एकड़ जमीन, हे प्रभु, हे जगन्‍नाथ ये क्‍या हुआ?

लोगों को मिलेगी महंगाई से राहत, सरकार बेचेगी भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल

सभी देखें

नवीनतम

दीपोत्सव 2024 : 1100 वेदाचार्य करेंगे सरयू आरती, अंतरराष्ट्रीय कलाकारों की होगी रामलीला, बनेंगे नए रिकॉर्ड

UP की सभी 9 सीटों पर SP लड़ेगी उपचुनाव, अखिलेश यादव का ऐलान

महाराष्ट्र : MVA के दलों में 85-85 सीट पर बनी बात, पढ़िए कहां फंसा है पेंच

Meerut : एनसीआर में पेट्रोल पंपों पर मिल रहा मिलावटी तेल, पेट्रोलियम पदार्थ के काले कारोबार का भंड़ाफोड़, 6 आरोपी पुलिस हिरासत में

Wayanad Election : प्रियंका गांधी ने घोषित की संपत्ति, जानिए कितनी अमीर हैं कांग्रेस महासचिव

આગળનો લેખ
Show comments