नई दिल्ली। प्रतिदिन मौसम नए-नए रंग दिखा रहा है। कभी गर्मी तो सर्दी का दौर चलता रहता है। अब मौसम ने फिर करवट बदल ली है और देश के उत्तर-पश्चिमी हिमालयी इलाके में बारिश और बर्फबारी का एक ताजा नया दौर शुरू होने वाला है। एक जेट स्ट्रीम के कारण 17 फरवरी को जम्मू-कश्मीर में बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक एक जेट स्ट्रीम के असर के कारण 17 फरवरी को जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में हल्की बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। जबकि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 18 फरवरी से पश्चिमी हिमालयी इलाके को प्रभावित करने की संभावना है।
इसके असर से 18 तारीख को जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में हल्की छिटपुट बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है। इसके बाद और 19 से 21 फरवरी के दौरान पूरे क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी के तेज होने की संभावना है।
आईएमडी के मुताबिक 19 से 21 फरवरी 2023 को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी हल्की से छिटपुट बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है। इसके साथ ही नॉर्थ-ईस्ट के अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड में भी 20 फरवरी तक हल्की बारिश की संभावना होने की जताई गई है।
अगले 5 दिनों के दौरान पूर्वी भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे 3 से 5 डिग्री सेल्सियस और उत्तर-पश्चिम, मध्य भारत और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में 2-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और पश्चिम राजस्थान में कुछ जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर (3.1 डिग्री सेल्सियस से 5.1 डिग्री सेल्सियस) दर्ज किया गया है।
साथ ही हिमाचल प्रदेश और राजस्थान की अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान भी सामान्य (5.1 डिग्री सेल्सियस या अधिक) से अधिक है। इसके अलावा गुजरात क्षेत्र में कई स्थानों पर, जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में कुछ जगहों पर भी अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा पाया गया।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि : गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और हिमपात संभव है। अरुणाचल प्रदेश, पूर्वी असम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। देश के उत्तर-पश्चिमी और मध्य भागों में दिन और रात के तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है।
Edited by: Ravindra Gupta