नई दिल्ली। नई दिल्ली के चिन्मय मिशन सभागार में 8वें 'लाडली मीडिया अवॉर्ड्स फॉर जेंडर सेंसिटिविटी 2015-16 (उत्तरी क्षेत्र) का आयोजन किया गया। गैर सरकारी संस्था पॉपुलेशन फर्स्ट की ओर से आयोजित समारोह में यूएनएफपीए के राष्ट्रीय प्रतिनिधि डिएगो पैलासियोज ने मीडिया जगत की कई हस्तियों को महिलाओं और बालिकाओं के उत्थान में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए लाड़ली मीडिया अवॉर्ड्स से सम्मानित किया।
विश्व के प्रथम हिन्दी पोर्टल वेबदुनिया डॉट कॉम, इंदौर की फीचर संपादक सुश्री स्मृति जोशी (स्मृति आदित्य) को बेस्ट वेब फीचर 'अकेली युवती आजमाती है सुरक्षा के कैसे-कैसे उपाय' के लिए सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय बाल आयोग की चेयरमर्सन स्तुति कक्कड़, पापुलेशन फर्स्ट के ट्रस्टी एसवी विस्ता, निदेशक डॉ. एएल शारदा ने स्मृति को यह अवॉर्ड प्रदान किया। इस अवसर पर पापुलेशन फर्स्ट के ट्रस्टी एसवी विस्ता, निदेशक डॉ. एएल शारदा, नेशनल लाड़ली मीडिया अवॉर्ड की को-ऑर्डीनेटर डॉली ठाकोर तथा समन्वयक राखी बक्षी एवं माधवीश्री के साथ बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे।
स्मृति को लाड़ली मीडिया अवॉर्ड तीसरी बार मिला है। स्मृति ने अपने फीचर में छोटे शहरों की उन युवतियों के रोजमर्रा के जीवन का रेखांकन किया है, जो आसपास के गांवों से पढ़ने और नौकरी के लिए आती हैं तथा घर लौटते समय अकेली होने पर समूह में जाना पसंद करती है। इसके लिए उन्होंने अपना व्हॉट्सएप ग्रुप बनाया है।
इसके अलावा स्मृति ने दो अन्य किस्सों के जरिए यह सवाल उठाया है कि अज्ञात का यह भय स्त्रियों के हिस्से ही अधिक क्यों है? राजधानी से लेकर छोटे तबकों तक सामान्य जीवन जीने के अपने अधिकारों को बनाए रखने के लिए आम नारी को कितने जतन करने पड़ते हैं। कहीं कोई कम उम्र में पति खो चुकी युवती है जो मदद के बहाने नजदीकी बढ़ाने की चाह रखने वालों से बचने के लिए मंगलसूत्र पहनना पसंद करती है। कहीं किशोर बालाएं हैं जो पर्स में मिर्च और रेजर ब्लेड रखने लगी हैं।
स्मृति पिछले 10 वर्षों से वेबदुनिया में कार्यरत हैं और निरंतर महिलाओं से जुड़े सामयिक मुद्दों पर लेखन करती रही हैं। इससे पूर्व उन्हें वेब मीडिया श्रेणी में श्रेष्ठ आलेखों के लिए लाड़ली मीडिया अवॉर्ड वर्ष 2008-2009 भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों मिल चुका है।
दूसरी बार लाड़ली मीडिया अवॉर्ड 2009-10 वेब मीडिया श्रेणी में बेस्ट वेब फीचर के लिए, किरण बेदी और एशिया पैसीफिक, जापान की डायरेक्टर नोबूको होरिबे के हाथों नई दिल्ली में मिला है। यह उनका तीसरा अवॉर्ड है।
यह अवॉर्ड देश भर से आई हजारों प्रविष्टियों में से 37 मीडियाकर्मियों को मिला है। मध्यप्रदेश से भोपाल के सचिन कुमार जैन और स्मृति हैं। छत्तीसगढ़ से प्रियंका कौशल, बिहार से अनुपम कुमारी व पुष्यमित्र, पंजाब से कुलदीप चांद आदि शामिल है। इनके अलावा बीबीसी, फेमिना, इंडियन एक्सप्रेस, हिन्दुस्तान बिजनेस लाइन, कांरवा, टेलीग्राफ, एनडीटीवी, नवभारत टाइम्स,प्रभात खबर, ई-टीवी सहित कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं के पत्रकारों को यह सम्मान मिला है। इनमें मुख्य रूप से हिन्दी, अंग्रेजी, पंजाबी, उडिया, बांग्ला, असमिया और उर्दू भाषा के पत्रकार शामिल हैं।