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दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, ऑड-ईवन पर फैसला जल्द

दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, ऑड-ईवन पर फैसला जल्द
नई दिल्ली , गुरुवार, 9 नवंबर 2017 (08:40 IST)
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी वायु प्रदूषण के अति खतरनाक स्तर पर दिखाई दे रहा है। जहरीले धुएं की चादर ने लोगों का जीना बेहाल कर दिया है। सभी स्कूलों को 11 नवंबर तक बंद रखने के आदेश दे दिए गए हैं। दिल्ली में बढ़ती धुंध से निपटने के लिए सरकार ऑड-ईवन योजना को दोबारा लागू करने की तैयारी कर रही है।  
 
इसे देखते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने दिल्ली में वायु प्रदूषण से बने हालात को 'मेडिकल आपात स्थिति' करार दिया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने का अंदेशा जताया है।
 
दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने परिवहन विभाग को ऑड ईवन योजना के लिए तैयार रहने को कहा है और आवश्यक वस्तुओं को लेकर आने वाले ट्रकों के अलावा अन्य ट्रकों के दिल्ली की सीमा में प्रवेश पर अगले आदेशों तक रोक लगा दी गई हैं। 
 
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली में हवा की स्थिति बिगड़ रही है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता। रविवार तक दिल्ली के सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए हैं।' उन्होंने कहा कि इस आदेश के तहत दिल्ली के सभी सरकारी और निजी स्कूल, सभी कक्षाएं 12 नवंबर तक बन्द रहेंगे।
 
एम्स के निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया ने दिल्ली में वायु प्रदूषण से बने हालात को 'मेडिकल आपात स्थिति' करार दिया है। उन्होंने बताया कि इस मौसम में संस्थान के ओपीडी तथा आईसीयू में मरीजों की संख्या 20 प्रतिशत तक बढ़ गई है। जिन लोगों को श्वांस और दिल की बीमारी है वे इस मौसम से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बच्चों को इसके कारण फेफड़ों तथा अन्य तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं जो उनके लिए खतरनाक हो सकती है।
 
दिल्ली के वायु प्रदूषण को धीरे धीरे जान लेवा वाला करार देते हुए उन्होंने कहा कि इस मौसम में हवा में सल्फर तथा नाइट्रोजन आक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है जिससे श्वासं लेने में तकलीफ होती है।
 
राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में दमघोंटू प्रदूषण से निपटने के लिए उपराज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इनमें दिल्ली में सभी प्रकार की निर्माण गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने के साथ ही आवश्यक वस्तुओं को लाने वालों को छोड़कर अन्य ट्रकों के प्रवेश को सीमित कर दिया गया है। प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से सड़कों पर कम निजी वाहन आएं इसके लिए पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी का आदेश दिया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल सेवा को फेरे और दिल्ली परिवहन निगम को ज्यादा से ज्यादा बसें सड़कों पर उतारने के लिए कहा गया है।
 
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छाई प्रदूषित धुंध को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह सैर पर नहीं जाने और बच्चों को घरों के भीतर रखने को कहा है। लोगों की ऐसी कोई गतिविधि नहीं करनी चाहिए जिससे सांस की गति तेज होती हो।

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