बलिया। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शहनवाज हुसैन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दुबई के आबूधाबी में भारत के बारे में की गई टिप्पणी को दुखद बताया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा यह कहना कि भारत में असहिष्णुता ज्यादा है और वहां भीड़ लोगों को मार रही है, सही नहीं है। एक-दो घटनाएं घटी हैं, लेकिन उनकी संख्या नगण्य है और इन घटनाओं पर कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि यहां किसी को इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती है।
हुसैन कल देर शाम यहां मकर संक्रांति समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हिन्दुस्तान का बंटवारा धार्मिक आधार पर हुआ था। मुसलमानों के सामने हिन्दुस्तान में रहने और पाकिस्तान जाने का खुला विकल्प था। जिन मुसलामानों को धर्म प्यारा था वे पाकिस्तान चले गए और जिन्हें देश प्यारा था वे हिन्दुस्तान में रह गए। उन्होंने कहा कि यहां आए दिन मुसलामानों को पाकिस्तान भेजने की धमकी दी जाती है। मैं मुस्लिम भाइयों से कहना चाहता हूं कि देश का संविधान और कानून इसकी इजाजत नहीं देता।
भाजपा प्रवक्ता ने कड़े लहजे में कहा कि किसी नेता की औकात नहीं है कि वह एक भी मुसलमान को पाकिस्तान भेज सके। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान से अच्छा देश और यहां से अच्छा दोस्त नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि देश में सच्चा सौहार्द उस दिन आएगा जब मुसलमान हिन्दू की थाली में साथ बैठकर खाएगा और हिन्दू भी मुसलमान की थाली में साथ बैठकर खाने में परहेज नहीं करेगा।
समारोह के बाद हुसैन ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को हर चुनाव में अपनी साइकल पर किसी न किसी को बैठाने की आदत है। विधानसभा चुनाव में उन्होंने साइकल पर राहुल गांधी को बिठाया था तो साइकल पंक्चर हो गई थी, इस बार तो उन्होंने हाथी बैठा लिया है, साइकल का रिम ही टूट जाएगा।
उन्होंने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश में इस बार पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले एक सीट अधिक जीतेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में हमने 42 प्रतिशत लेकर सरकार बनाई थी। इस बार 51 प्रतिशत वोट का लक्ष्य रखा गया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि देश चाहता है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनें। गरीब सवर्णों को दिए गए दस प्रतिशत आरक्षण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी को सभी की चिंता है वह सबका साथ और सबका विकास चाहते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा न कि राम मंदिर के मुद्दे पर। राम मंदिर का मामला अदालत में है और यह चुनाव का मुद्दा नहीं आस्था का मुद्दा है।