मुंबई। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बुधवार को कहा कि उसने कम अवधि के कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में 0.05 से लेकर 0.10 प्रतिशत तक कटौती की है। यह कटौती 10 जुलाई से लागू होगी।
एसबीआई के जारी वक्तव्य में कहा गया है कि एमसीएलआर में यह कटौती 3 माह तक के लिए दिए जाने वाले कर्ज पर लागू होगी। इसका मकसद कर्ज उठाव और मांग को बढ़ावा देना है।
एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद 3 माह तक की अवधि के कर्ज पर बैंक की ब्याज दर घटकर 6.65 प्रतिशत वार्षिक रह जायेगी। यह दर बैंक की बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (EBLR) के बराबर हो गई है।
स्टेट बैंक की MCLR दर में की गई यह लगातार 14वीं कटौती है। इस कटौती के बाद भी यह दर बाजार में सबसे कम है।
क्या होता है MCLR : MCLR वह दर होती है जिससे नीचे पर बैंक लोन नहीं दे सकता। इसके कम हो जाने से बैंक अब कम दर पर लोन देने में सक्षम हो जाएगा। इससे सभी तरह लोन सस्ते हो सकते हैं।