नई दिल्ली। एनएमपी मामले में राहुल गांधी के बयान के बाद केन्द्रीय मंत्री स्मृति ने कांग्रेस नेता पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन के दौरान हुए निजीकरण के दौरान क्या यूपीए सरकार और उसको चलाने वाली उनकी माताजी देश बेच रही थीं?
ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने न तो वित्तमंत्री का बयान सुना है न ही अखबार पढ़ा है। वित्तमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मोनेटाइजेशन से भारत की तिजोरी में 6 लाख करोड़ रुपए आएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हर संपत्ति पर स्वामित्व भारत सरकार का ही रहेगा।
उन्होंने कहा कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे का निजीकरण कर कांग्रेस सरकार ने 8000 करोड़ जुटाए थे, वहीं एयरपोर्ट का निजीकरण यूपीए की सरकार के दौरान हुआ था। स्मृति ने कहा कि ऐसे में क्या राहुल गांधी का आरोप है कि यूपीए सरकार चलाने वाली उनकी माताजी उस समय देश बेच रही थीं?
ईरानी ने सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी का ये भी मानना है कि वो राज्य सरकारें जो इस प्रकार का मॉनेटाइजेशन कांग्रेस के नेतृत्व में कर रही हैं, वो सब भी अपने राज्यों को बेचने का काम कर रही हैं? उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ जिस सरकार ने राष्ट्र की तिजोरी को भरने का काम किया और कांग्रेस के लुटेरों से सुरक्षित किया उस सरकार पर छींटाकशी करने का राहुल गांधी का प्रयास है।