Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

RBI गवर्नर का बैंकों को सुझाव, महिलाओं को अधिक संख्या में रोजगार मुहैया कराएं

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 5 सितम्बर 2024 (18:14 IST)
RBI Governor's suggestion to banks : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कहा कि वित्तीय क्षेत्र महिलाओं को अधिक रोजगार के अवसर देकर और महिला-संचालित उद्यमों के लिए खास योजनाएं लाकर महिला-पुरुष असमानता को कम करने में मदद कर सकता है।
ALSO READ: अब एक ही UPI अकाउंट का कई लोग कर पाएंगे उपयोग, RBI ने दी सुविधा
दास ने यहां इंडियन बैंक एसोसिएशन और फिक्की के एक संयुक्त सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर नागरिक की सामाजिक-आर्थिक स्थिति से परे वित्तीय सेवाओं तक पहुंच हो और उसे जरूरी वित्तीय साक्षरता भी हासिल हो।
<

भारत एक महत्वपूर्ण मोड़ पर: कुछ विचार
India at an Inflection Point: Some Thoughts - Inaugural Address by Shri @DasShaktikanta Governor, Reserve Bank of India - September 5, 2024 - at Annual FIBAC 2024 Conference organised jointly by FICCI and IBA, Mumbaihttps://t.co/JTYxzSayfV

— ReserveBankOfIndia (@RBI) September 5, 2024 >
उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं की श्रमबल में भागीदारी वैश्विक औसत की तुलना में काफी कम है। इस फासले को कम करने के लिए लड़कियों की शिक्षा, कौशल विकास, कार्यस्थल पर सुरक्षा और सामाजिक बाधाएं दूर करने की दिशा में प्रयास करने होंगे। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मझोली इकाइयों (MSME) का 5वां हिस्सा महिलाओं के नियंत्रण में होने के बावजूद महिला उद्यमियों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
ALSO READ: ATM से निकला कटा-फटा नोट तो किसकी जिम्मेदारी, कैसे बदलवा सकते हैं, बैंक करे मना तो क्या है RBI का नियम
दास ने कहा कि वित्तीय क्षेत्र को महिला-पुरुष असमानता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। मददगार नीतियां लाकर, महिलाओं के लिए खास वित्तीय उत्पाद पेश कर और वित्तीय-प्रौद्योगिकी नवाचार के सहारे वित्तीय पहुंच को आसान बनाकर ऐसा किया जा सकता है।
ALSO READ: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास फिर बने टॉप बैंकर, लगातार दूसरे साल शीर्ष पर
उन्होंने कहा कि इस काम को वित्तीय संस्थानों में अधिक महिलाओं को रोजगार देकर और महिला-संचालित उद्यमों के लिए खासतौर पर तैयार वित्तीय उत्पाद लाकर पूरा किया जा सकता है। उन्होंने बैंकों को अधिक संख्या में 'बैंक सखियों' को अपने साथ जोड़ने का सुझाव भी दिया।(भाषा)
Edited by : Chetan Gour

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

50 बिलियन डॉलर लागत, 9 हजार कमरे, ये है दुनिया की सबसे बड़ी इमारत मुकाब

भाजपा का आरोप, प्रियंका गांधी ने नहीं दिया संपत्ति का पूरा विवरण

चाचा के खिलाफ लड़ना चुनौती, लेकिन मैं चिंतित नहीं : युगेंद्र पवार

कोल्डप्ले और दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के टिकटों की अवैध बिक्री, ED ने मारे 13 जगह छापे

AAP का BJP पर बड़ा आरोप, रच रही है केजरीवाल की हत्या की साजिश

सभी देखें

नवीनतम

live : मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भगदड़, ट्रेन में सवार होने के लिए उमड़ी थी भीड़

दिवाली से पहले 400 पार पहुंचा AQI, दिल्ली में प्रदूषण की स्‍थिति गंभीर

जंग शुरू होने के बाद तेजी से घटी यूक्रेन की आबादी

LAC पर गश्त समझौता, चीन के साथ संबंधों पर क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर?

Maharashtra Election : संजय सिंह बोले- महाराष्‍ट्र में AAP नहीं लड़ेगी चुनाव, केजरीवाल करेंगे MVA के लिए प्रचार

આગળનો લેખ
Show comments