नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने देश में आपातकाल के लिए कांग्रेस के निहायत अलोकतांत्रिक रवैए को जिम्मेदार ठहराते हुए नई पीढ़ी से अपील की कि वह लोकतंत्र के इस काले अध्याय से उचित सीख सीखे।
आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर गुरुवार को प्रसाद ने सिलसिलेवार ट्वीट किए और कहा, आज का दिन कांग्रेस के निहायत अलोकतांत्रिक रवैए के खिलाफ दी गई कुर्बानियों को याद करने का है। यह विरासत आज भी कांग्रेस में जारी है। उन्होंने कहा, नई पीढ़ियों को इससे सही सीख लेनी चाहिए।
प्रसाद ने याद किया कि जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल घोषित किया तो कैसे जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, चंद्रशेखर सहित कई विपक्षी दलों के नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
उन्होंने कहा, आखिरकार देश की जनता ने 1977 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ भारी मतदान किया और इंदिरा गांधी को हार का मुंह देखना पड़ा। इसके साथ ही पहली बार केंद्र की सत्ता में एक गैर कांग्रेसी सरकार बनी।
प्रसाद ने आपातकाल के उस दौर को याद किया और बताया कि कैसे जेपी आंदोलन में एक राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर उन्होंने बिहार में भागीदारी की थी और आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।(भाषा)