Ayodhya Ram Mandir : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आठवें दीपोत्सव के तहत सरयू नदी के तट पर 28 लाख दीपक प्रज्ज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारियों के बीच रामलला के मंदिर में इस बार एक विशेष तरह के दीपक जलाने की योजना है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की भी विशेष योजना है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक ये खास तरह के दीपक मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखेंगे और इनसे लंबे समय तक रोशनी भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की भी विशेष योजना है। मंदिर परिसर को कई खंडों और उपखंडों में विभाजित कर सजावट का दायित्व सौंपा गया है।
बिहार कैडर के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आशु शुक्ला को मंदिर के हर कोने को व्यवस्थित रूप से रोशन करने, सभी प्रवेश द्वारों को तोरण से सजाने, साफ-सफाई और सजावट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे श्रद्धालु मनोहारी फूलों और दीपों से सजे मंदिर का दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि इस बार दीपोत्सव में पर्यावरण संरक्षण का भी खास ख्याल रखा गया है। मंदिर भवन के ढांचे को धुंए की कालिख से बचाने के लिए परिसर में विशेष मोम के दीपक जलाए जाएंगे, जिनसे कॉर्बन का कम से कम उत्सर्जन होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दीपावली में अयोध्या न केवल धर्म और आस्था का केंद्र बने बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे।
उन्होंने बताया कि इस बार दीपोत्सव की भव्यता को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर को 29 अक्टूबर से एक नवंबर की रात 12 बजे तक बाहर से भवन दर्शन के लिए खुला रखने का निर्णय लिया है।
इसके तहत गेट संख्या चार बी (लगेज स्कैनर प्वाइंट) से श्रद्धालु आधी रात तक मंदिर की भव्य सजावट का आनंद ले सकेंगे। यह दीपोत्सव न केवल आस्था बल्कि पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश भी देगा, जिससे अयोध्या की दीपावली विश्वभर में विशेष स्थान बनाएगी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour