नई दिल्ली। दिल्ली में हिंसा के मुद्दे पर राज्यसभा में लगातार 5वें दिन भी गतिरोध कायम रहने से कामकाज बाधित रहा। इस मुद्दे पर कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक 11 बजकर करीब 15 मिनट पर ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सदन में एक बयान दिया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को है। लेकिन उस दिन रविवार होने के कारण सदन में अवकाश होगा। इसके बाद उन्होंने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और शून्यकाल शुरू करने को कहा।
इसी दौरान कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल, आप, सपा, वाम आदि सदस्यों ने दिल्ली में हिंसा पर हंगामा शुरू कर दिया। तृणमूल, आप, कांग्रेस, सपा आदि दलों के कुछ सदस्य आसन के समीप भी आ गए।
सभापति ने सदस्यों से शांत होने और अपने स्थानों पर जाने तथा सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि कुछ सदस्य नहीं चाहते कि सदन में कामकाज हो। सदन में शोर थमता नहीं देख उन्होंने बैठक बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। सोमवार और मंगलवार को होली के कारण सदन की बैठक नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि बजट सत्र के दूसरे हिस्से में उच्च सदन की कार्यवाही दिल्ली में हिंसा के मुद्दे पर अब तक लगातार बाधित रही है।