Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

टिकैत का नया दांव, राजनाथ ‍निकाल सकते हैं किसान आंदोलन का समाधान

भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा

Webdunia
बुधवार, 24 फ़रवरी 2021 (19:55 IST)
बाराबंकी (उप्र)। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार अगर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों से बातचीत करने की आजादी दे तो सम्मानजक फैसला हो जाएगा।
 
टिकैत ने हैदरगढ़ रोड स्थित हरख ब्लॉक चौराहे पर किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को सरकार ने ‘पिंजरे का तोता’ बना दिया है। टिकैत ने कहा कि सरकार राजनाथ सिंह को बात करने की आजादी दे, तो हमारी गारंटी है कि फैसला हो जाएगा और भाजपा की भी साख बची रह जाएगी।
ALSO READ: MP आए तो अरेस्ट होंगे किसान नेता राकेश टिकैत? 8 मार्च को श्योपुर, देवास और रीवा में रैलियों का किया ऐलान
उन्होंने कहा 'किसान राजनाथ सिंह का सम्मान करते हैं, लेकिन सरकार उन्हें मौका नहीं दे रही है। यह सरकार जिद्दी है, सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए और अपना रवैया बदलना चाहिए। टिकैत ने भाजपा पर हिन्दू-मुसलमान के बीच फूट डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'पहले हिंदू और मुस्लिम एक साथ प्रेम से रहते थे। कोई किसी का विरोध नहीं करता था, लेकिन साल 2013 से भाजपा ने मुसलमानों को लेकर काफी भ्रांतियां फैला दीं। मुसलमानों को लेकर सभी के मन में फूट डलवा दी, लेकिन अब लोगों को इनकी चाल समझ में आ रही है, इसीलिए अब इनकी दाल नहीं गलने वाली।
 
भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब और हरियाणा से शुरू हुए किसानों के आंदोलन को अब तीन महीने बीत चुके हैं। दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक फैले आंदोलन की आंच अब अवध और पूर्वांचल में भी पहुंच रही है।
ALSO READ: अपनी खड़ी फसल के बलिदान को तैयार रहिए, राकेश टिकैत ने किसानों से कहा
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल का रास्ता बाराबंकी से खुलता है। ये पूर्वांचल की सफलता का द्वार है, इसलिए इसे खोलना बहुत जरूरी है। जब यहां का किसान अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होगा तभी वह पूर्वांचल के किसानों को तीनों काले कानूनों के खिलाफ जागरुक करने में सफल होगा।
 
भाकियू अध्यक्ष ने कहा 'हम इस तरह की पंचायतें पूरे पूर्वांचल में करने जा रहे हैं। हर जिले में हमारी महापंचायत होगी। इसमें किसानों को जागरूक कर यह बताने का कार्य करेंगे कि ये तीनों कानून किस तरह से आने वाले दिनों में हमें अपना गुलाम बना लेंगे।
ALSO READ: राकेश टिकैत बोले- हल चलाने वाला हाथ नहीं जोड़ेगा, गुजरात दुनिया से कटा हुआ, उसे भी आजाद कराना है
केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के मुद्दे पर नरेश टिकैत ने कहा कि बालियान भी परेशान हैं। उन्हें भी विरोध झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने भाजपा को वोट दिया था। भाजपा के कई लोग हमारे साथ हैं, लेकिन मंत्रिमंडल में बैठे लोग हमारे साथ नहीं हैं। अगर यह सरकार कुछ दिन और रहेगी तो किसानों को अपनी खेती से हाथ धोना पड़ेगा।
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र चुनाव : NCP शरद की पहली लिस्ट जारी, अजित पवार के खिलाफ बारामती से भतीजे को टिकट

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उमर अब्दुल्ला ने PM मोदी और गृहमंत्री शाह से की मुलाकात, जानिए किन मुद्दों पर हुई चर्चा...

सिख दंगों के आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती, HC ने कहा बहुत देर हो गई, अब इजाजत नहीं

सभी देखें

नवीनतम

उत्तरकाशी में मस्जिद को लेकर बवाल, हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 27 लोग घायल

Maharashtra : पुणे में पानी की टंकी गिरी, 5 श्रमिकों की मौत, 5 अन्य घायल

Cyclone Dana : चक्रवात दाना पर ISRO की नजर, जानिए क्या है अपडेट, कैसी है राज्यों की तैयारियां

भारत के 51वें CJI होंगे जस्टिस संजीव खन्ना, 11 नवंबर को लेंगे शपथ

चीन के साथ समझौते पर क्‍या बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

આગળનો લેખ
Show comments