नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने मेरा अपमान किया है। उन्होंने कहा कि मेरे भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया, जबकि प्रधानमंत्री की टिप्पणी नहीं हटाई गई। गांधी ने कहा कि मेरे अपमान से सच नहीं छिपने वाला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक दिन जवाब देना होगा।
वायनाड में राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को लगता है कि वे बहुत ताकतवर हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी बात पूरी विनम्रता के साथ रखी थी। मैंने कुछ भी झूठ नहीं कहा, जो भी बात थी तथ्यों के आधार पर कही थी। पीएम को सच का सामना करना पड़ेगा। इस बार सच उनके साथ नहीं है।
राहुल ने कहा कि मैंने किसी के खिलाफ अपशब्द नहीं कहे, लेकिन मेरे भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटाया गया। दूसरी ओर, पीएम ने कहा कि मेरे नाम के साथ गांधी क्यों, नेहरू क्यों नहीं? उन्होंने मेरा अपमान किया फिर उनके शब्द संसद के रिकॉर्ड से नहीं हटाए गए।
उन्होंने कहा कि पीएम को सच का सामना करना ही होगा। उन्होंने यह सब बोलते हुए कितनी बार पानी पिया? इतना ही नहीं पानी पीते समय उनके हाथ कांप रहे थे।
अडाणी से संबंधों को लेकर साधा निशाना : कारोबारी गौतम अडाणी के साथ कथित संबंध को लेकर प्रधानमंत्री पर करारा प्रहार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें (प्रधानमंत्री को) लगता है कि वे बहुत शक्तिशाली हैं, लेकिन उन्हें इसका एहसास नहीं है कि नरेंद्र मोदी वे आखिरी चीज होंगे, जिनसे मैं डरूंगा।
अडाणी समूह की कंपनियों पर अमेरिकी शोध फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जुड़े विषयों को उठाते हुए संसद में हाल में दिए अपने बयान को याद करते हुए राहुल ने यहां कहा कि उन्होंने जो कुछ कहा था, उस बारे में उनसे सबूत देने को कहा गया।
राहुल ने कहा कि और मैंने संसद की कार्यवाही से हटाई गई मेरी प्रत्येक टिप्पणी के बारे में स्पीकर (लोकसभा अध्यक्ष) को लिखे पत्र में जानकारी दी है तथा सबूत दिए हैं।
हाल में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल के संबोधन का एक बड़ा हिस्सा सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था।
राहुल गांधी को नोटिस : उल्लेखनीय है कि लोकसभा सचिवालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध में टिप्पणी को लेकर विशेषाधिकार हनन के नोटिस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से 15 फरवरी तक जवाब तलब किया है। सचिवालय ने गांधी को भाजपा के सदस्यों की ओर से दिए गए विशेषाधिकार हनन नोटिस पर जवाब देने को कहा है।