Wayanad Lok Sabha by election : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शनिवार को नई दिल्ली में कहा कि वायनाड (Wayanad) से निर्वाचित होने पर एक जनप्रतिनिधि के रूप में उनकी यह पहली यात्रा जरूर होगी, लेकिन एक 'जन सेनानी' के तौर पर नहीं, क्योंकि लोकतंत्र, न्याय और संविधान में निहित मूल्यों के लिए लड़ना उनके जीवन की बुनियाद रही है।
वायनाड के लोगों की लड़ाई लड़ेंगी : कांग्रेस नेता ने लोगों से समर्थन का आग्रह करते हुए कहा कि सांसद चुने जाने के बाद उनका काम वायनाड के लोगों के साथ संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगा और वे उनकी लड़ाई लड़ने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि वायनाड के लोग इस यात्रा में 'मेरे मार्गदर्शक और शिक्षक' होंगे।
मैं आपकी बहुत आभारी रहूंगी : उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मैं आपके समर्थन से हमारे सभी के भविष्य के लिए इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं और यदि आप मुझे अपना सांसद बनाना चुनते हैं तो मैं आपकी बहुत आभारी रहूंगी। राहुल गांधी इस लोकसभा चुनाव में वायनाड के साथ उत्तर प्रदेश के रायबरेली से भी निर्वाचित हुए थे। बाद में उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया। इस वजह से यहां उपचुनाव हो रहा है। वायनाड में 13 नवंबर को मतदान होगा और मतगणना 23 नवंबर को होगी।
वायनाड से निर्वाचित होने पर प्रियंका पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी। वे 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं। उसके बाद से वे पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं। निर्वाचित होने पर प्रियंका गांधी पहली बार सांसद बनेंगी तथा यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के 3 सदस्य- सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका एकसाथ संसद में होंगे।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta