नई दिल्ली। राज्यसभा में भारी हंगामें के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने 50 बार 356 का दुरोपयोग किया, उन्होंने 90 बार चुनी हुई सरकार गिराई। राज्यों को परेशान करने का आरोप हम पर लगा। उन्होंने कहा कि यह देश देख रहा है कि कैसे एक व्यक्ति इतनों पर भारी पड़ता है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको रोजगार और नौकरी का फर्क नहीं मालूम है वो हमको उपदेश दे रहे हैं। नए-नए नैरेटिव गढ़ने के लिए आधी-अधूरी चीजों से झूठ फ़ैलाने का प्रयास हो रहा है। बीते 9 सालों में अर्थव्यवस्था का विस्तार हुआ है और नए सेक्टर में रोजगार की नई संभावनाएं बनी है।
उन्होंने कहा कि अख़बारों में मैंने पढ़ा था कि 600 के करीब योजनाएं गांधी-नेहरू के नाम से हैं। मुझे यह समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? क्या शर्मंदगी है? इतना बड़ा व्यक्ति है तो शर्मंदगी क्या है? और आप हमारा हिसाब मांगते हो।
ये विज्ञान और तकनीक के विरोधी लोग हैं। ये हमारे वैज्ञानिकों को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। इनको देश की चिंता नहीं है, इनको अपनी राजनीतिक उठा-पटक की चिंता है। डिजिटल लेनदेन में देश आज दुनिया का लीडर बना हुआ है। Digital India की सफलता ने आज पूरी दुनिया को प्रभावित किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस ने आदिवासियों के कल्याण के प्रति समर्पण भाव से काम किया होता तो हमको इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती। यह अटल जी की ही सरकार थी जिसमें पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना था।
उन्होंने आरोप लगाया कि 60 साल कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे। जब वो गड्ढे खोद रहे थे, 6 दशक बर्बाद कर चुके थे, तब दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे।