नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वामी विवेकानंद की 122वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और एक समृद्ध व प्रगतिशील समाज के निर्माण के उनके सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मैं स्वामी विवेकानंद को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उनकी शिक्षाएं लाखों लोगों को ताकत देती हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी बुद्धिमत्ता और ज्ञान की अथक खोज भी बहुत प्रेरक हैं। हम एक समृद्ध और प्रगतिशील समाज के उनके सपने को पूरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ था। चार जुलाई 1902 को उनका निधन हो गया था। उनका वास्तविक नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी।
उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागो में सन् 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। उन्हें 2 मिनट का समय दिया गया था किन्तु उन्हें प्रमुख रूप से उनके भाषण का आरंभ 'मेरे अमेरिकी बहनों एवं भाइयों' से किया था। इस वाक्य ने सभी को उनका मुरीद बना दिया था।
Edited by : Nrapendra Gupta