नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर शनिवार को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार सुबह सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर अपनी पोस्ट कहा कि कल, राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी से बात की। पश्चिम एशिया में सुरक्षा और मानवीय स्थिति पर चर्चा की। हम आतंकवाद, हिंसा और नागरिकों के जीवन के नुकसान के बारे में चिंताओं को साझा करते हैं। हम शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली और मानवीय सहायता मुहैया कराने पर सहमत हैं।
मिस्र की ओर से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी में इजराइली सेना के मौजूदा अभियानों के बारे में विस्तार से बात की।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति सिसी ने नागरिकों के जीवन पर इसके भयानक प्रभाव और पूरे क्षेत्र की सुरक्षा के लिए उत्पन्न खतरे को देखते हुए, मौजूदा स्थिति की गंभीरता पर विचार-विमर्श किया। दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी में इजराइली सेना के अभियानों के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति सिसी ने गाजा पट्टी में जमीनी हमले के गंभीर मानवीय और सुरक्षा परिणामों को लेकर चेताया।
प्रधानमंत्री मोदी की अस सिसी से यह बातचीत उस अपील के कुछ दिन बाद हुई है जिसमें मिस्र के राष्ट्रपति ने कहा था कि विश्व समुदाय को गाजा संघर्ष को बढ़ने से रोकना चाहिए। उन्होंने कहा था कि पूरा क्षेत्र टाइम बम पर बैठा है।
उल्लेखनीय है कि इजराइली सेना 7 अक्टूबर को हमास द्वारा तेल अवीव पर किए गए हमले के बाद से ही जवाबी कार्रवाई कर रही है। इस हमले में 1400 इसराइली मारे गए थे। गाजा पर इजराइल के हमले में 3000 बच्चों समेत 7700 लोगों की मौत हो गई।