नई दिल्ली। रेल मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि सुरक्षा पहली प्राथमिकता है और यात्रियों को मालूम है कि ट्रेनें देरी से क्यों चल रही हैं। अपने मंत्रालय की उपलब्धियों को बताते हुए गोयल ने कहा कि रेलवे का वर्ष 2017-18 में सुरक्षा रेकॉर्ड सबसे अच्छा रहा है।
उन्होंने कहा कि दशकों से रूके हुए पटरियों की मरम्मत के कारण ट्रेनें देरी से चल रही हैं। यात्रियों को मालूम है कि ट्रेनें देरी से क्यों चल रही हैं और उन्हें मालूम है कि भारतीय रेल भविष्य के लिए तैयार हो रही है। सभी को पता है कि विरासत में हमें क्या मिला है।
पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2003-04 में रेल सुरक्षा निधि की घोषणा की थी, लेकिन 10 वर्ष तक उसपर विचार नहीं किया गया। इसके कारण मौजूदा सरकार को असुरक्षित रेलवे उत्तराधिकार में मिली।
गोयल ने कहा कि 2009-14 के बीच रेलवे पर हुए वार्षिक औसत खर्च के मुकाबले पिछले चार वर्ष में दोगुना से ज्यादा खर्च किया गया है। 2017-18 में 5,000 किलोमीटर लंबी रेल की पटरियों को बदला गया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि रेलवे का लक्ष्य छह - सात साल में रेलवे की आय दोगुना कर उसे आत्मनिर्भर बनाना है। (भाषा)