चेन्नई। तमिलनाडु में जारी राजनीतिक संकट के बीच अखिल भारतीय अन्ना द्रविड मुन्नेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की महासचिव वीके शशिकला के खिलाफ विद्रोह करने वाले राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के समर्थन में आज पार्टी के छ: और सांसद आ गए। पन्नीरसेल्वम को समर्थन करने वाले कुल सांसदो की संख्या अब ग्यारह हो गई है।
थेनी से पार्टी के सांसद प्रार्थीवान ने पन्नीरसेल्वम को आज रात अपना समर्थन दिया। सुबह पनीरसेल्वम को समर्थन देने वाले पांच सांसदों में राज्यसभा के डॉ आर लक्ष्मणन के अलावा लोकसभा सांसद जयसिंह त्यागराज नट्टरजी(तूतुकुडी), सेंगुत्तुवन (वेल्लोर), आरपी मरुथराजा (पेरमबलुर) और एस. राजेंद्रन (विल्लुप्पुरम) शामिल हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पनीरसेल्वम को समर्थन देने वालों की सांसदों की संख्या 10 हो गई है जिनमें दो राज्यसभा सांसद हैं जिससे शशिकला के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। इससे पहले कल चार सांसदों तथा तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री मा फोई पंडियाराजन ने पनीरसेल्वम का समर्थन किया था। अन्नाद्रमुक के चार लोकसभा सांसद और एक राज्यसभा सांसद ने शशिकला के खिलाफ बगावत करके आज ओ. पनीरसेल्वम से मुलाकात की और उनके प्रति अपना समर्थन जताया है।
शशिकला ने कानून मंत्री सीवी शनमुगम को डॉ लक्ष्मणन के स्थान पर नियुक्त किया है। डॉ. लक्ष्मणन और राजेन्द्रन ने शहर में पन्नीरसेल्वम के निवास के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पनीरसेल्वम को लोगों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने और सांसदों के पनीरसेल्वम को समर्थन देने की उम्मीद जताई है।
सांसदों के अलावा अन्नाद्रमुक के स्टार प्रचारक रामराजन तथा त्रिचेंदूर से पूर्व सांसद, इरोड की पूर्व महापौर मल्लिका,पूर्व मत्स्य मंत्री के ए जयपाल तथा पूर्व खादी मंत्री पूनाची ने श्री पनीरसेल्वम का समर्थन किया है। अन्नाद्रमुक के स्टार प्रचारक श्री रामराजन ने श्री पनीरसेल्वम के आवास के बाहर पत्रकारों से कहा कि उनका तथा यहां मौजूद हजारों कार्यकर्ताओं का कार्यवाहक मुख्यमंत्री को समर्थन है।
पन्नीरसेल्वम ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर सुश्री शशिकला को मुख्यमंत्री बनने से रोकेंगे। अम्मा (दिवंगत जयललिता) के अस्पताल में रहने के दौरान उन्होंने क्या किया, यह मुझे कभी नहीं बताया और न ही सुश्री जयललिता की भतीजी दीपा को उनसे मिलने दिया। उन्होंने विधायकों को रिजॉर्ट में बंधक बनाने का आरोप लगते हुये कहा कि विधायकों को शशिकला की बातों में नहीं आना चाहिए और उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों मिलकर यह तय करना चाहिये कि किसका समर्थन करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मैंने किसी विधायक को नहीं लुभाया है, वे खुद मेरा समर्थन कर रहे है। (वार्ता)