नई दिल्ली। नोटबंदी का लघु अवधि में वृद्धि दर पर नकारात्मक असर होगा, पर पूरे वित्त वर्ष में इसकी वजह से जीडीपी में मामूली कमी ही आएगी। फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को यह अनुमान लगाया है।
रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि देश की सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर मध्यम अवधि में चीन की वृद्धि दर से ऊंची रहेगी। फिच ने कहा कि सुधारों तथा मौद्रिक नीति में नरमी से अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर रफ्तार पकड़ेगी।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि लघु अवधि में जीडीपी वृद्धि पर इसका असर नकारात्मक होगा और बाद में यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि नकदी संकट की स्थिति क्या रहती है। फिच एशिया प्रशांत सावरेन समूह के निदेशक थॉमस रुकमाकर ने कहा कि तिमाही के दौरान वृद्धि आंकड़ों में उल्लेखनीय गिरावट आने का अंदेशा है, हालांकि पूरे वित्त वर्ष में यह गिरावट कम रहेगी। (भाषा)