कई बार एक मौत का दंश कई लोगों को मिलता है तो कई बार ऐसा भी होता है कि कई मौतों का गम सिर्फ एक इंसान पर टूट जाता है। एक 80 साल की बुजुर्ग के साथ यही हुआ।
हाल ही में नेपाल में हुए विमान हादसे में महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे के रहने वाले अशोक कुमार त्रिपाठी की मौत हो गई। उनके साथ ही पत्नी वैभवी और उनके दो बच्चों की जिंदगी भी हमेशा के लिए खत्म हो गई। इन चारों की जीवन लीला समाप्त होने के बाद सिर्फ एक 80 साल की बुजुर्ग महिला दुनिया में अकेली रह गईं है।
दरअसल, अशोक कुमार त्रिपाठी और उनकी पत्नी कोर्ट के आदेश के बाद अलग अलग रह रहे थे। जबकि वैभवी, उनका बेटा धनुष (22), और बेटी रितिका (15) ठाणे शहर में एक साथ रहते थे। इन्हीं के साथ वैभवी की 80 साल की मां रहती हैं। लेकिन दामाद, बेटी और दोनों नाती की मौत के बाद अब वो पूरी तरह से अकेली रह गई हैं।
महिला की उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती है और फिलहाल उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है, लिहाजा उनके रिश्तेदारों और पड़ोसियों ने उन्हें विमान दुर्घटना के बारे में कुछ भी नहीं बताया है। पुलिस ने कहा कि बुजुर्ग महिला की छोटी बेटी फिलहाल उनका ध्यान रख रही हैं।
अशोक त्रिपाठी, वैभवी और उनके दो बच्चे रविवार को तारा एयरलाइंस के विमान में सवार हुए थे, जिसका मलबा सोमवार को नेपाल के पहाड़ी जिले मुस्तांग में मिला है। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन, 13 नेपाली नागरिक और चालक दल के तीन सदस्य सवार थे। तारा एयरलाइंस के प्रवक्ता के अनुसार रविवार को सुबह पर्यटन शहर पोखरा से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद विमान हिमालयी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।