दिल्ली। स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने लुधियाना से संचालित हो रहे एक अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह की पूरी श्रृंखला का भंडाफोड़ करने का सोमवार को दावा किया और इस बाबत अफगानिस्तान के 2 नागरिकों समेत 16 लोगों को गिरफ्तार किया है तथा 60 किलोग्राम प्रतिबंधित पदार्थ और कुछ कारतूस बरामद किए हैं।
एनसीबी के उपमहानिदेशक (उत्तरी रेंज) ज्ञानेश्वर सिंह ने एक बयान में बताया कि गिरोह का भंडाफोड़ करने में करीब डेढ़ महीने का समय लगा और इसका दिल्ली के शाहीनबाग तथा उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर मादक पदार्थ मामले से संबंध है जिसका पिछले साल एजेंसी ने भंडाफोड़ किया था।
उन्होंने कहा कि एनसीबी की चंडीगढ़ ज़ोनल इकाई ने पंजाब के लुधियाना में स्थित हेरोइन प्रसंस्करण की 2 अवैध प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया था जिनका संचालन अफगानिस्तान को 2 कैमिस्ट कर रहे थे। उनके मुताबिक इसके बाद नवंबर के मध्य में नए मामले की जांच शुरू की गई।
सिंह ने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह अफगानिस्तान व पाकिस्तान आदि देशों और भारत के विभिन्न राज्यों में फैला हुआ है। अधिकारी ने बताया कि मादक पदार्थ संबंधी एनडीपीएस कानून के तहत लुधियाना समूह से जुड़े 60 से अधिक बैंक खातों से लेन-देन पर रोक लगा दी गई है।
एनसीबी ने डेढ़ महीने लंबे चले अभियान के दौरान करीब 60 किलोग्राम हेरोइन और अन्य संदिग्ध मादक पदार्थ तथा 31 कारतूस बरामद किए हैं। इस अभियान के दौरान पंजाब पुलिस समेत अन्य एजेंसियों की मदद भी ली गई है। एनसीबी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस मादक पदार्थ गिरोह के सदस्यों की ओर से खरीदी गई तकरीबन 30 संपत्तियों की पहचान की गई है और एजेंसी उन्हें जब्त कर सकती है।
सिंह ने कहा कि आरोपियों द्वारा पंजाब में संचालित किए जा रहे कुछ नाइट क्लब और रेस्तरां भी एनसीबी की जांच के दायरे में हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ गिरोह के मुखौटा कारोबार जैसे शराब की दुकान, चावल मिल, घी का व्यापार और अलग-अलग प्रतिष्ठित कंपनियों की एजेंसियां लेने और उनके सहयोगियों की भी भूमिका की जांच की जा रही है।
एजेंसी ने अप्रैल 2022 में दक्षिण दिल्ली के शाहीनबाग इलाके से करीब 50 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी और तकरीबन आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई भारत-अफगानिस्तान मादक पदार्थ गिरोह का भंडाफोड़ करने के तहत की गई थी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta