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मुरादाबाद में प्रधानमंत्री मोदी की रैली...

मुरादाबाद में प्रधानमंत्री मोदी की रैली...
मुरादाबाद , शनिवार, 3 दिसंबर 2016 (15:02 IST)
मुरादाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुरादाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा... 

 
* देश बेइमानों को स्वीकार नहीं करेगा, देश बेइमानी को स्वीकार नहीं करेंगे।
* लोगों को सिखाइए, हाथ में नोट न होने के बाद भी खरीदी की जा सकती है। 
* ये देश सशक्त हैं, यहां का नौजवान सशक्त हैं। 
* किसानों को वंदन, तकलीफ के बाद भी बुआई में कमी नहीं आने दी। 
* नोट छापकर हम बेइमानों की मदद नहीं करना चाहते।
* वक्त बदल चुका है और मेरा देश डिजिटल इंडिया बनने के लिए तैयार। 
* खरीदों तो मोबाइल से पैसे दोगे। मोबाइल से कारोबार करोगे। 
* भविष्य में यह बिमारी फिर खड़ी न हो तो इसके लिए भी बुच बंद करना है। 
* इस देश में 40 करोड़ स्मार्टफोन है। कम से कम 40 करोड़ लोग तो नोट के चक्कर से निकल जाए। 
* इस देश के करोड़ों लोगों ने हमारे कहने पर अपने घरों के लट्टू बदल दिए। 
* हिंदुस्तानी नई चीज को स्वीकारने में देर नहीं करता। 
* दुनिया के पढ़े लिखे देश भी जब चुनाव होता है तो बेलेट पर नाम पढ़कर ठप्पा मारते हैं। यहां लोग बटन दबाकर वोट देते हैं। 
* एटीएम पर जाकर नोट निकालना जरूरी नहीं, आप मोबाइल से भी खर्चा कर सकते हैं।
* मैं आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा। 
* ईमानदारी के जितने रास्ते सूझेंगे मैं देश को ईमानदारी के रास्ते पर ले जाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। 
* आपने जो मेहनत की है, घंटों बिना खाए पिए कतार में खड़े रहे हो, पैसे नहीं है ऐसा बोर्ड देखने के बाद भी खड़े रहे हो।  
* देश ईमानदारी चाहता है, भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहता है। वह असहाय हो गया था।
* देश की जनता को ईमानदारी को पता चल जाता है तो देश कुछ भी सहने को तैयार हो जाता है। यह मैंने महसूस किया है। 
* आम आदमी बेईमानी से तंग आ चुका है।
* पहले मनी मनी करते थे अब मोदी मोदी करते थे 
* आपने देखा होगा अच्छे अच्छों के चेहरे से चमक चली गई।
* अगर कोई धमकी दे तो चिट्ठी लिखकर बताना।  
* आपने इन पैसों को नहीं उठाया तो मैं कोई रास्ता निकालूंगा। 
* उन कतारों को खत्म करने के लिए मैंने आखरी कतार लगाई है। 
* चीनी के लिए कतार में खड़ा रहना पड़ता था, करोसिन के लिए कतार में खड़ा रहना पड़ता था। 
* बेईमान लोग कतारों में नहीं है, वे डिब्बों में फंसे हैं।
* जिसका भी पैसा आपने बैंक में रखा है, उठाइए मत। एक भी पैसा मत उठाइए वो आपके पैर पकड़ेगा। 
* जब जनधन अकाउंट खोला था तो गरीबों को भी पता नहीं था कि कैसे काम आएगा। 
* बैंक के बाहर कतार लगाने का मादा नहीं, वे गरीबों के घर पर कतार लगाए हुए हैं। 
* कभी किसी अमीर को गरीब के पैर छुते देखा था। 
* देश की पाई-पाई पर गरीब जनता का हक। 
* नोटे छप रही थी, महंगाई बढ़ रही थी। 
* इन्होंने क्या किया, इतनी नोटे छपती थी, आपके घर कोई बंडल आया क्या?  
* गरीब मांगने वाला नहीं, देने वाला। 
* मैंने 20 करोड़ गरीबों को रुपे कार्ड दिया।
* फकीरी ने मुझे गरीबों के लिए लड़ने की ताकत दी। 
* ये लोग मेरा क्या कर लेंगे। हम तो फकीर आदमी हैं झोला लेकर चल पड़ेंगे। 
* गरीबों को हक दिलाना क्या गुनाह है?
* क्या यह मेरे गुनाह है कि गरीबों के लिए काम कर रहा हूं। 
* मैं हैरान हूं, मेरे ही देश में कुछ लोग मुझे गुनाहगार कह रहे हैं। 
* भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाला क्या गुनाहगार है।
*  मध्यप्रदेश सरकार की खुलकर तारीफ की नरेन्द्र मोदी ने। 
* घोषणा करने वाली सरकार आपने बहुत देखी होंगी, लेकिन यह सरकार काम का हिसाब देने वाली सरकार है। 
* विकास करना है तो हो सकता है। पर अपनों का ही विकास करना हो तो राज्य का भला कभी नहीं हो सकता। 
* अपने लिए और अपनों के लिए करने वाली सरकार तो बहुत देखी पर आपके लिए करने वाली सरकार भाजपा की सरकार।
* मध्यप्रदेश के लोगों ने खेती के उत्पादन में पहले से दोगुना उत्पादन कर नाम रोशन कर दिया। 
* कभी मध्यप्रदेश बीमारू राज्य माना जाता था। दस साल के भीतर ही यह राज्य हिंदुस्तान के विकास करने वाले राज्यों में खड़ा हो गया।  
* पहले गेंहूं पिसवाने दूसरे गांव जाना पड़ता था, अब गांव में ही चक्की चलेगी। 
* जिस गांव में बिजली गई, वहां के बच्चों की शिक्षा में बदलाव आएगा। 
* अभी तो आधे ही दिन हुए हैं यहां के 950 गांवों में बिजली का काम पुरा किया। 
* जनता ही मेरी नेता, जनता ही मेरा सबकुछ।
* घोषणा कर हिसाब देने वाली पहली सरकार। 
* मेरा हाईकमान देश के सवा सौ करोड़ देशवासी। 
* 18वीं सदी में जी रहे हैं मुरादाबाद के वासी।    
* मुरादाबाद के एक हजार गांवों में से किसी ने भी मुझे चिट्ठी नहीं लिखी, लेकिन खुद अफसरों को बुलाया और उन गांवों का पता किया जहां बिजली नहीं थी।
* मुरादाबाद के पीतल की चमक हिंदुस्तान के घरों में चमकती है। 
* विकास हमारी प्राथमिकता है। 
* विकास अगर होगा तो रोजगार भी आएगा, बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलेगी और रहने को घर मिलेगा, घर में बिजली मिलेगी और घर में पानी आएगा। 
* यूपी के गरीबों का भला करना है इसलिए यहां से सांसद बना।
* देश से गरीबी हटाना है। 
* बड़े राज्यों से गरीबी हटाना जरूरी।
* 2009 के बाद यहां आया हूं।
* यहां आने से पहले झिझक रहा था। 
 
 

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