लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनने की स्थिति में मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर अपना रूख बदलते हुए कहा कि अखिलेश ही अगले मुख्यमंत्री होंगे।
सपा में दो फाड़ के बाद चुनाव चिह्न साइकिल पर दावेदारी को लेकर चुनाव आयोग में अपना पक्ष रखने के लिए दिल्ली गए मुलायम ने रात को लखनऊ लौटने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अगला मुख्यमंत्री अखिलेश ही बनेगा।
इस सवाल पर कि अखिलेश को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बनाये जाने को लेकर कुछ भ्रम पैदा हो गया है, उन्होंने कहा भ्रम तो अपने आप फैल गया। भ्रम तो अपने आप ही खत्म हो रहा है। अगला मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही बनेगा।
सपा में वर्चस्व की लड़ाई के बीच मुलायम का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह पूर्व में कई बार कह चुके हैं कि सपा के अगले मुख्यमंत्री का चुनाव सपा के चुने हुए विधायक ही करेंगे, लेकिन इस बार उन्होंने अखिलेश के नाम पर मुहर लगा दी है।
मुलायम ने कहा कि वह पार्टी को एकजुट करने के लिये पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी एक है। हमारी पार्टी टूटने का सवाल नहीं है। पार्टी में एक ही व्यक्ति गड़बड़ कर रहा है। सपा संस्थापक ने कहा कि वह हर मण्डल में एक सभा करेंगे, क्योंकि वैसे तो प्रदेश में 75 जिले हैं। इतने जिलों में रैलियां करने में तो तीन महीने से कयादा समय लग जाएगा।
रविवार तक सपा में कोई सुलह-समझौते की सम्भावनाओं के दरवाजे बंद करने वाले मुलायम ने सब कुछ ठीक करने की दिशा में पहल करते हुए मंगलवार को मुख्यमंत्री अखिलेश को मुलाकात के लिए बुलाया है।
मुलायम ने रविवार को कहा था कि वह अब भी सपा के अध्यक्ष हैं जबकि अखिलेश प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। साथ ही शिवपाल यादव सपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
मालूम हो कि गत एक जनवरी को सपा के विवादित राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिलेश को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था, जबकि मुलायम को पार्टी का सर्वोच्च रहनुमा का पद दिया गया था। इसके अलावा सपा महासचिव अमर सिंह को पार्टी से निष्कासित करने तथा शिवपाल को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का निर्णय भी लिया गया था। मुलायम ने इस सम्मेलन को असंवैधानिक घोषित करते हुए इसमें लिए गए तमाम फैसलों को अवैध ठहराया था। (भाषा)