नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है। हालांकि सिंधिया ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये अपने इस्तीफे की घोषणा की। उन्होंने जो त्यागपत्र साझा किया है, उस पर नौ मार्च की तिथि है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा, 'कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सिंधिया को तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने को स्वीकृति प्रदान की।"
सिंधिया के भाजपा में जाने की संभावना है। उनके कांग्रेस छोड़ने से अब मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर संकट गहरा गया है। माना जा रहा है कि सिंधिया अपने समर्थकों के साथ शाम तक भाजपा में शामिल हो जाएंगे।
सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई। विधानसभा के मौजूदा सियासी समीकरण को देखे तो विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 थी जबकि उसका निर्दलीय और बसपा और सपा के साथ 7 विधायकों का समर्थन मिला हुआ है।
विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या 107 है। सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और उसको अपना बहुमत साबित करना होगा।