मथुरा। जानेमाने विश्व प्रसिद्ध कथावाचक मोरारी बापू ने भगवान श्रीकृष्ण पर अशोभनीय बयान के लिए आज यहां मथुरा स्थित बलदेव धाम में दाऊजी मंदिर में बलदेव जी एवं रेवती मइया के विग्रह के सामने माफी मांग ली।
इस अवसर पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक, मशहूर संत गुरुशरणानन्द महाराज, योगाचार्य रामदेव एवं संत ज्ञानानन्द मौजूद थे। वे आगरा से पहले ही कार्णि आश्रम रमणरेती पहुंचे थे, जहां संतों गुरुशरणानन्द महाराज, रामदेव, ज्ञानानन्द महाराज की उपस्थिति में माफी मांगने के बाद यह रूपरेखा बनी तथा इसके बाद अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक को इसकी सूचना दी गई थी और बाद में सभी लोग दाऊजी मंदिर पहुंचे थे।
इस अवसर पर अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक ने कहा कि मोरारी बापू की कथा के बहिष्कार एवं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की पूर्व घोषणा को अब वापस ले लिया गया है।
पाठक ने बताया कि एक साल से अधिक समय पहले विंध्याचल में कथा के दौरान मोरारी बापू ने भगवान श्रीकृष्ण के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया था। अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा एवं माथुर चतुर्वेद परिषद मथुरा ने इसे गंभीरता से लेते हुए घोषणा की थी कि यदि मोरारी बापू ने ब्रज में आकर ठाकुरजी के सामने अपने गलत बयान के लिए माफी नहीं मांगी तो वे जहां पर भी कथा कहेंगे पुरोहित महासभा उनका विरोध करेगी तथा उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके बाद द्वारका तथा कुछ अन्य स्थानों पर उनका विरोध भी हुआ था।
उन्होंने बताया कि मोरारी बाबू ने टीवी पर पहले ही माफी मांग ली थी लेकिन महासभा इससे संतुष्ट नहीं थी। उन्होंने कहा था कि मोरारी बापू को ब्रज के मंदिर में आकर माफी मांगनी होगी। पाठक ने कहा कि मोरारी बापू द्वारा भगवान के सामने माफी मांगने के बाद इस विवाद का पटाक्षेप हो गया है।(वार्ता)